उत्तर प्रदेश

कोरोना से मरने वाले मुसलमानों को दफनाए नहीं जलाएं: शिया वक्‍फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी

Arun Mishra
19 March 2020 7:17 AM GMT
कोरोना से मरने वाले मुसलमानों को दफनाए नहीं जलाएं: शिया वक्‍फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी
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शिया वक्‍फ बोर्ड के चेयरमैन ने भी कोरोना से मरने वाले लोगों को लेकर एक बड़ा आदेश जारी किया है।

लखनऊ : कोरोना वायरस ने धीरे-धीरे भारत में भी पैर पसारने शुरू कर दिया है। हालांकि यह दूसरे देशों की तरह भारत में नहीं फैल रहा है, लेकिन इसके मरीजों की संख्‍या में तेजी से इजाफा हो रहा है। चीन, ईरान और इटली इससे सबसे ज्‍यादा पीड़‍ित हैं। भारत में कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में शिया वक्‍फ बोर्ड के चेयरमैन ने भी कोरोना से मरने वाले लोगों को लेकर एक बड़ा आदेश जारी किया है।

शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा, ''अगर मुस्लिम में किसी का कोरोना से निधन होता है, तो वह उसे दफनाए नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन से दाह संस्कार करवाए जिससे वायरस समाप्त हो जाए।'' वसीम रिजवी ने बताया कि शिया वक्फ बोर्ड अपने कब्रिस्तानों में ऐसा विचार भी कर रहा, कोरोना से साथ मिलकर लड़ने की ज़रूरत है। इसके साथ ही लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी कोरोना को लेकर लोगों को हिदायत दी है। उन्‍होंने कहा, ''लोग बड़ी मस्जिदों की जगह मोहल्ले की छोटी मस्जिदों में जुमे की नमाज पढ़े। इसके साथ ही बुजुर्ग और छोटे बच्चे घरों में ही नमाज पढ़े।''

देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अबतक देश में कोरोना के 168 मामले सामने आए हैं, जिनमें 25 मरीज विदेशी शामिल हैं। हालांकि राहत की खबर ये है कि कोरोना वायरस के 15 मामले ठीक हो चुके हैं। कोरोना से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के दो नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र में कोरोना के 47 मामले हो गए हैं। वहीं कोरोना से लड़ने में भारतीय डॉक्‍टरों को बड़ी सफलता मिली है। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में डॉक्टरों ने कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ी जीत हासिल की है। यहां कोरोना पीड़ित चार मरीजों में से तीन पूरी तरह से ठीक हो गए हैं।

कोरोना की कमर तोड़ने वाला जयपुर का सवाई मान सिंह अस्पताल रातों-रात दुनिया भर में मशहूर हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने जिन दवाओं के जरिए इन मरीजों का इलाज किया, उसकी जानकारी के लिए दुनिया भर के डॉक्टर एसएमएस अस्पताल से संपर्क कर रहे हैं। दरअसल डॉक्टरों ने कोरोना पोजिटिव मरीजों को स्वाइन फ्लू, मलेरिया और एचआईवी की दवाएं दी और उनका यह प्रयोग कामयाब हो गया। डॉक्टर डॉ. प्रकाश केसवानी ने सवाई मान सिंह कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी के मिलकर मरीजों को बचाने की मुहिम छेड़ी और आखिरकार वो रंग लाई।

Arun Mishra

Arun Mishra

Sub-Editor of Special Coverage News

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