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मध्यप्रदेश में नहीं यूपी में भी सियासत का खेल है जारी, चाचा शिवपाल और रामगोपाल के पाँव छूकर लिया अखिलेश ने आशीर्वाद
नई दिल्ली. 9 मार्च से मध्य प्रदेश में शुरू हुए सियासी घमासान की तस्वीर अब 24 घंटे बाद साफ होने लगी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) की पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) संग मुलाकात हो चुकी है. सिंधिया का इस्तीफा भी सामने आ चुका है. अब बस औपचारिक घोषणा बाकी रह गई है. लेकिन यह सियासी उठापटक सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं चल रही है, बल्कि यूपी के सैफई में पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के परिवार में भी सियासत चल रही है. होली के मौके पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के पैर छूए तो प्रो. रामगोपाल यादव इस मौके से नदारद रहे. हालांकि कुछ देर बाद रामगोपाल यादव आ गए. वहीं, शिवपाल ने इशारा देते हुए कहा कि 2022 में सभी पीड़ित, उपेक्षित एक साथ होंगे.
प्रो. रामगोपाल यादव के देर से आने पर होती रही चर्चा
सैफई में इस बार 2019 के मुकाबले होली कुछ खास थी. हो भी क्यों न, इस बार सैफई में होली का एक ही मंच सजा था. जबकि 2019 में प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने पिता के नाम पर बने स्कूल में होली का अलग से मंच सजाया था. आज के मंच पर सबसे पहले पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पहुंचे. करीब एक घंटे बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और उनके बाद शिवपाल सिंह यादव अपने बेटे अंकुर उर्फ आदित्य यादव के साथ मंच पर पहुंचे. लेकिन जब समारोह शुरु होने के दो घंटे प्रो. रामगोपाल यादव मंच पर नज़र नहीं आए तो तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं. जब बात ज़्यादा बढ़ी तो मुलायम सिंह यादव के मंच पर पहुंचने के 1.30 घंटे बाद सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव अपने पुत्र पूर्व सांसद अक्षय यादव के साथ मंच पर पहुंचे. जबकि परिवार के ही पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव मंच पर पहले से ही मौजूद थे.
अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल के छूए पैर
जब मंच पर मुलायम सिंह यादव का पूरा कुनबा मौजूद था, तो परिवार के छोटे अपने बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद ले रहे थे. लेकिन इस सब के बीच हर किसी की निगाह चाचा शिवपाल यादव और अखिलेश यादव पर टिकी हुई थी. लेकिन इसके बाद जो हुआ उसे मौजूद लोग टकटकी लगाए देखते रहे. अचानक से मंच पर एक खंभे को पकड़कर वहां खड़े अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के पैर छूए. ऐसा होते ही चाचा-भतीजे जिंदाबाद की नारेबाजी शुरू हो गई. जिस पर अखिलेश यादव ने टोकते हुए कहा कि ऐसे नारे ही माहौल को खराब करते हैं. अब अगर ऐसा हुआ तो अगली बार यहां की होली से दूरी बना लूंगा.
शिवपाल यादव बोले- 2022 में सभी पीड़ित साथ होंगे
होली के इस मौके पर शिवपाल यादव ने भी आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता समाजवादी पार्टी होगी. 2022 में सभी उपेक्षित और पीड़ित एक साथ नजर आएंगे. 2022 से पहले हम सभी को एकजुट करेंगे. 2020 की इस होली के मौके पर शिवपाल यादव पारिवारिक मंच पर मौजूद रहे. जबकि 2019 में उन्होंने होली के दिन अलग से मंच सजाया था.