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शिक्षा मित्र नरेंद्र यादव आज सेवानिवृत हुए, जाते समय साथी शिक्षक और शिक्षा मित्र थे दुखी
जनपद इटावा से एक शिक्षा मित्र आज सेवानिवृत हो गए। उन्होंने जब से जॉइन किया तब से जीवन के सफर में तमाम उतार चढाव देखे। बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के लिए अपना जीवन शिक्षण कार्य में दे दिया। आज खाली हाथ घर लौट गए। सरकारी विभाग में काम करके परिवार भी सोचता है जब घर आएंगे तो सरकार के द्वारा कुछ न कुछ मिलेगा जरूर लेकिन जब खाली हाथ पहुंचेगा तब क्या होगा?
शिक्षा मित्र साथी अपने भविष्य के लिए चिंतित रहते थे कि अब हमारा भविष्य उज्ज्वल होगा कल होगा अगली दीपावली पर होगा इस होली पर होगा विधान सभा चुनाव पर होगा 2017 से लेकर रिटायर होने तक यही आशा लेके विद्यालय जाते रहे l लेकिन उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा मित्रों का ध्यान नहीं दिया। शिक्षा मित्र रिटायर होने लगे लेकिन उनके भविष्य को संवारने का काम एक मुखिया का होता है।
अब बहुत निराशा हाथ लगी कि रिटायर तो हुए बिना फण्ड और बिना पेंशन बिना रुपये के खाली हाथ घर पर दस हजार आते थे वह भी बंद हो गए। बहुत ही खेद जनक स्थित है कि जब घर वापसी हुई तो खाली हाथ लौटे lमन बहुत व्यथित और दुःखी हो रहा है कि आज के महगाई के दौर में बेसिक के कर्मचारी होते हुए खाली हांथ रिटायर हुये l
साथियो रिटायर होना जिंदगी का अंत नहीं होता लेकिन जब धन दौलत के साथ रिटायर होते हैं तब एक अलग ही खुशी और दुःख महसूस होता है l नरेश चंद्र यादव प्राथमिक विद्यालय आडरपुर ब्लॉक ताखा जनपद इटावा अपने शिक्षा मित्र की नौकरी से रिटायर हो गए lजिसमें उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मांडलिक मंत्री एवं जिलाध्यक्ष विनोद यादव के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे lजिला मीडिया प्रभारी जनपद इटावा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ उपेंद्र कुमार वर्मा भी मौजूद रहे l
आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षा मित्र वेल्फेयर ऐसोसिएशन इटावा के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन मंत्री एवं ब्लॉक बसरेहर ब्लॉक ताखा के ब्लॉक अध्यक्ष सतीश गौतम और महामंत्री उदयवीर सिंह प्रजापति एवं अन्य साथी मौजूद रहे। सभी शिक्षा मित्र साथी भाई बहिनों ने नरेश चंद्र यादव को पुष्प माला पहना कर उनका सम्मान किया l
बता दें कि जब कोई भी व्यक्ति किसी संस्थान , सरकार से अपने को जोड़ता है तब उसके दिल में भी कुछ उम्मीद हिलोर मारने लगती है लेकिन अंतिम दिन तक यदि न्याय नहीं मिले तो सब कुछ डूबता नजर आता है।