- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- इटावा
- /
- इटावा पुलिस ने अवैध...
इटावा पुलिस ने अवैध रूप से लकडी ले जाने वाले 4 अभियुक्त किये गिरफ्तार
इटावा : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर द्वारा चलाये जा रहे पर्यायवरण संरक्षण अभियान के क्रम में थाना बलरई पुलिस द्वारा अवैध रूप से लकडी का परिवहन करने वाले 4 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
कैसे हुई गिरफ्तारी
21/22.जून .2020 का रात्रि को थाना बलरई पुलिस द्वारा सदंग्धि व्यक्ति/वाहन चेकिंग की जा रही थी. तभी मुखबिर द्वारा सुचना प्राप्त हुयी कि कुछ लोग नगला विशून में लकडी का अवैध रूप से परिवहन कर रहे है. मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा नगला विशून पहुचकर देखा कि वहां कुछ लोग अवैध रूप से कटी हुयी लकडी को ट्रैक्टर में लोड कर रहे है.
जिन्हे पुलिस टीम द्वारा आवश्यक बल का प्रयोग कर घेरकर पकड लिया गया. पुलिस टीम द्वारा पकडे गये अभियुक्तो से लकडी के संबंध में प्रपत्र मांगने पर उन्होने बताया कि साहब हम लोग लकडी को काटकर बेचने का काम करते है और हमारे पास कोई प्रपत्र नही है. कोई वैध कागज ने दिखाने पर अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों को जेल भेजा गया.