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पर्यावरण प्रेमी की सीडी खोलेगी खदानों में ब्याप्त अनियमितताओं की पोल
फ़तेहपुर । जिले की अधिकतर खदानों में ब्याप्त अनियमिताओं की लगातार प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा खनन खण्ड संचालकों के खिलाफ बजाय कोई प्रभावी कार्यवाही करने के जिम्मेदार विभागियों समेत जिले के जिम्मेदारों द्वारा खदान संचालकों को अभय दान देने से ब्यथित शहर के दक्षिणी गौतम नगर निवासी पर्यावरण प्रेमी विकास पाण्डेय ने लखनऊ पहुँच खनन आयुक्त उत्तर प्रदेश शासन से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा। शिकायत कर्ता ने अढावल 11 समेत अढ़ावल कम्पोजिट -1 व कम्पोजिट 2, अढ़ावल एक नम्बर मोरंग खदान के लाइव वीडियो व फोटो उपलब्ध कराते हुए जिले की खदानों में ब्याप्त अनियमिताओं व जिम्मेदार विभागियों व प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता की पोल खोली है। दिये गये शिकायती पत्र के माध्यम से शिकायतकर्ता ने खनन आयुक्त (लखनऊ) रौशन जैकब को बताया कि वो राष्ट्रीय हरित अधिकरण कोर्ट में यमुना नदी की जल धारा बाँध कर अढ़ावल -11 नम्बर मोरंग खदान में किये गये अवैध खनन का वादी है।
वाद दायर करते ही मामले की सुनवाई करते हुए पिछली दो फरवरी को राष्ट्रीय हरित अधिकरण कोर्ट ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण सुरक्षा बोर्ड समेत जिलाधिकारी फ़तेहपुर को दो माह के अन्दर पूरे मामले की जाँच कर रिपोर्ट देने के लिये निर्देशित किया था। जिसके अनुपालन में उसकी मौजूदगी में बीती 18 फरवरी को मौके पर पहुँची जाँच टीम बगैर खनन खण्ड की पैमाइश व ब्याप्त अनियमिताओं की जाँच किये केवल खदान संचालक से मामूली सवाल जवाब कर अन्य दिनों में जाँच करने का टरकाऊ जवाब देकर लौट गई थी। जबकि जाँच वाले दिन ही सैकड़ो मोरंग लदे ओवर लोड वाहन टीम के सामने सड़को पर फर्राटा भरते रहे लेकिन मेरे बार बार आग्रह के बावजूद भी टीम ने कोई कार्यवाही नहीं की।
खदान संचालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही न करने से जिले की आवाम का जिला प्रशासनिक व विभागीय जिम्मेदारों पर कोई भरोसा नहीं रहा। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके द्वारा जाँच टीम व जिला प्रशासन को अढ़ावल कम्पोजिट-1, व -2 की जो जीपीएस वीडियो उपलब्ध कराई थी। उसमें साफ नजर आ रहा था कि खदान के अन्दर लगा धर्मकांटा व रॉयल्टी में लगे कैमरे बन्द हैं। जिससे जिले में न सिर्फ प्रतिदिन कोरोड़ो के राजस्व की चोरी की जा रही है। बल्कि इस मोरंग के अवैध खनन व ओवरलोड परिवहन की वजह से आये दिन कोई ना कोई हादसे भी होते रहे हैं। जिनमें कई लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं। जिनकी खबरें भी प्रमुख अखबारों समेत सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी हैं।
इसके बावजूद भी जिम्मेदार विभागियों ने खदान संचालकों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्यवाही करना मुनाशिब नहीं समझा नतीजतन यथा स्थित आज भी बरकरार है।
शिकायतकर्ता ने विभागीय जिम्मेदारों समेत प्रशासन के कुछ अधिकारियों पर खदान संचालकों से मिलीभगत व अनदेखी का आरोप लगाया है। शिकायत कर्ता ने बताया कि खनन डायरेक्टर रोशन जैकब ने गम्भीर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।