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- जालसाजी कर जमीन बेंचने...
जालसाजी कर जमीन बेंचने वाले आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
फतेहपुर । जिले में बेशकीमती जमीनों में अवैध कब्जा कर फर्जी तरीके से उनका क्रय विक्रय करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि आए दिन ऐसे प्रकरणों के मीडिया की सुर्खियां बनने से प्रशासनिकों ने अपनी किरकिरी से बचने के लिये ऐसे लोगों के खिलाफ अब सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के अब्दुल कासिमपुर स्थित करीब सवा दो बीघे जमीन फर्जीवाडा कर बेंचे जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा कर जमीन बेंचने पर एफआईआर दर्ज की है।
मालूम हो कि शहर कोतवाली क्षेत्र में विष्णुपुरी कॉलोनी निवासी धीरेन्द्र सिंह को बाबा श्यामदास चेला ने मुख्ताराम घोषित किया था। श्याम दास ने जमीन का कुछ हिस्सा विजयभान सिंह निवासी कोटिया और हसवा ब्लॉक के पूर्व उपप्रमुख चंद्रशेखर तोमर निवासी बरसरा को 2009 में जमीन का कुछ हिस्सा बेंच दिया था। एसडीएम कोर्ट में सरकारी बटवारा 2014 में हुआ। इसके बाद 2016 में श्यामदास चेला को करीब सवा दो बीघा जमीन पर प्रशासन ने कब्जा दिलाया था। विजयभान, चंद्रशेखर तोमर पहले अपने हिस्से की जमीन बेंच चुके थे। सरकारी बंटवारे में उनके हिस्से में जमीन नहीं बची थी।
गवाह जय बिहारी श्रीवास्तव निवासी विष्णुपुरी कालोनी, विजय कुमार निवासी मलाका से मिलकर कूटरचित तरीके से 10 फरवरी 2017 को एक और मुख्ताराम बनवाया। फर्जी तरीके से उस पर दाखिल खारिज की कार्यवाही भी करवा दिया। जिन्होंने नया मुख्ताराम धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया को बना दिया। जो जमीन की प्लाटिंग कर बेचने लगे। जबकि विजयभान सिंह और चंद्रशेखर ने उदय प्रताप सिंह को 2012 में अपने हिस्से की जमीन बेंच दी थी। कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने पहुँचे। जिसकी सूचना पर मुख्ताराम होने के नाते धीरेन्द्र सिंह तक पहुंची। धीरेन्द्र सिंह ने कब्जे का विरोध किया तो आरोपितों ने उनके साथ गालीगलौज व अभद्रता करते हुए जान माल की धमकी दी। मामले की लिखित शिकायत धीरेन्द्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह से की।
एसपी सदर कोतवाली पुलिस को मामले पर गम्भीरता दिखाते हुए आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिये। एसपी के आदेश व शिकायतकर्ता धीरेन्द्र सिंह की दी हुई लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने अवैध कब्जे के आरोपी विजयभान सिंह, चंद्रशेखर तोमर, जय बिहारी श्रीवास्तव, विजय कुमार, धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया, मोहम्मद शहनूर, अब्दुल कवी, हीरा लाल साहू समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।