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निवेशकों का करोड़ो रूपये डकारने वाले दो नटवर लालो को खोज रही एमपी पुलिस
फतेहपुर । मध्य प्रदेश के सीधी जिले के बहरी थाना पुलिस ने गुरुवार को शहर के कई स्थानों पर एक चिटफंड कंपनी संचालित करने वाले आरोपियों की तलाश में छापामारी की। टीम को कंपनी के डायरेक्टरों की तलाश थी। डायरेक्टर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े। लेकिन उनका एक खासम खास माना जाने वाला एजेंट पकड़ा गया है।
एमपी पुलिस एजेंट को साथ लेकर जिले से रवाना हो गई है। बहरी थाने के एसआई इंद्रराज सिंह पुलिस फोर्स के साथ ललौली थाने के दरियापुर गांव पहुंचे जहां से एजेंट राम किशोर प्रजापति को उठाया। उसके बाद शहर के मुराइन टोला समेत कई जगहों पर छापेमारी की। इन जगहों पर डायरेक्टरों की पुलिस को तलाश थी।
पुलिस की पूछताछ में रामकिशोर ने बताया करीब 1997 और 98 के बीच जिओ माइंस मेटल्स टू फर्म की चिटफंड कंपनी खोली गई थी। कंपनी का व्यवसाय बढ़ता गया कंपनी एमपी समेत कई राज्यों में फैल गई। करीब 5 साल से कंपनी घाटे में चली गई। एजेंट निवेशकों का रुपया 5 साल के लिए जमा कराते थे उसके बाद दोगुना कर देते थे। निवेशकों का रुपया वह लोग अपने निजी धंधों में लगाते थे। फतेहपुर में भी भारी संख्या में निवेशक हैं।
एसआई इंद्रराज सिंह ने बताया करीब 1 साल पहले बहरी थाना में डेढ़ सौ लोगों की शिकायत पर धोखाधड़ी और निवेशकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान सुराग मिलने पर आरोपियों की तलाश में आए हैं। कंपनी ने करीब एमपी में निवेशकों का दो से ढाई करोड़ रुपए का घोटाला किया है। कंपनी के डायरेक्टर मुराइन टोला निवासी राम किशोर प्रजापति और राम विशाल प्रजापति है। जिनकी तलाश की जा रही है।