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- कोतवाली पुलिस की घोर...
फ़तेहपुर । अब इसे कोतवाली पुलिस की सक्रियता कहें या निकम्मापन, तय पाठकों को ही करना है। बता दें कि बीती रात शादीपुर चौराहे से पुलिस के हत्थे चार युवक चढ़े जो दो बाइक में सवार होकर दो बजे रात को एक किशोरी को लेकर कहीं जा रहे थे। चार युवक, एक किशोरी के साथ देख मामला हरिहरगंज चौकी इंचार्ज विजय त्रिवेदी को संदिग्ध लगा। उन्होंने सक्रियता दिखाई और सभी को रोका।
पूछताछ की तो चार तरह के बयान सामने आए। पहले भाई बहन बताया फिर रिश्तेदार फिर दोस्त, बाद में असलियत सामने आई कि दो युवक जो जम्मू के रहने वाले हैं फ़तेहपुर के दो युवकों की मदद से किशोरी को ट्रेन के माध्यम से जम्मू लेकर जा रहे थे। पहले किशोरी ने भी अपने आपको पांडे बताया, बाद में वह जोनिहा के करीब एक गांव की दिवाकर निकली। जो पढ़ाई के नाम पर शहर के एक हॉस्टल में रह रही थी। जिसे फेसबुक के माध्यम से फंसाकर उसका ब्रेन वाश कर जम्मू ले जाया जा रहा था। ले जाने का उद्देश्य प्रेम जाल में फंसाकर अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, बिक्री या धर्म परिवर्तन भी हो सकता है।
सक्रियता यह रही कि पुलिस ने दो बजे रात को गश्त के दौरान एक बड़ा अपराध होने से बचाया मगर निकम्मापन यह रहा कि सभी आरोपियों को महज 151 करके जाने दिया। जबकि कोतवाली पुलिस यह भी जानती थी कि जम्मू के दोनो युवको के आधार कार्ड बार कोड स्कैन में सही साबित नहीं हो रहे फिर भी तहरीर कौन दे, जिम्मेदारी कौन ले इस चक्कर मे बड़े अपराध के फिराक में आये चारो आरोपी आसानी से बचकर निकल गए। यह जिम्मेदारी न चौकी के एसआई ने निभाई और न ही कोतवाली प्रभारी ने। सब अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आए और कहा कि कोई तहरीर देने वाला नहीं था इसलिए 151 करना पड़ा। उधर सभी आरोपियों की पोल एसडीएम के यहां 151 की जमानत में लगे दस्तावेजो से खुल गई।
जिसमें सूत्रों के अनुसार चार आरोपियों में तीन मुस्लिम थे। जबकि जम्मू के दोनो आरोपियों की जमानत बिना आई डी लगाए चढ़ावे से हो गई। अब जब इस पूरे मामले की जानकारी एसपी राजेश सिंह को लगी तो उन्होंने कहा कि निश्चित ही कोतवाली पुलिस की बड़ी लापरवाही है पूरे प्रकरण में जांच बैठाई जाएगी। जो लापरवाही बरतने में दोषी पाया जाएगा उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, साथ ही सभी युवकों की गिरफ्तारी कर सुसंगत धाराओं में जेल भेजा जाएगा।