गाजियाबाद

गाजियाबाद पुलिस ने किया मासूम किशोरी के हत्याकांड का खुलासा, मामा-भांजे ने की थी अपहरण करके मासूम की हत्या

Special Coverage News
11 Oct 2018 1:39 PM GMT
गाजियाबाद पुलिस ने किया मासूम किशोरी के हत्याकांड का खुलासा, मामा-भांजे ने की थी अपहरण करके मासूम की हत्या
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कब्जे एवम् निशानदेही पर घटना के समय पहनी पैंट-शर्ट, कच्छा एवं घटना में प्रयुक्त नाडे की रस्सी व चादर बरामद 

गाजियाबाद। आपको ज्ञात हो कि 6 अक्टूबर की दोपहर मोहल्ला कोर्ट मुरादनगर निवासी एक 7 वर्षीय किशोरी कहीं लापता हो गई थी। जिसके चलते किशोरी के पिता स्कूल संचालक जाहिद आदि ने नगर के मदरसों व मस्जिदों में अपनी बेटी के लापता होने के संबंध में ऐलान कराया था। हालांकि जैसे-जैसे दिन रात में तब्दील होने लगा था वैसे-वैसे किशोरी के परिवार वालों की बेचैनी बढ़ने लगी थी। अपनी बेचैनी के चलते पिता जाहिद ने अपनी मासूम बेटी के लापता होने के संबंध में थाने में तहरीर दी थी। जिसके चलते तहरीर के अनुकूल धारा- 363 में मामला दर्ज हो गया था और पुलिस उक्त मासूम किशोरी की तलाश में जुट गई थी।


गौरतलब है कि किशोरी का शव अगले दिन प्रातः 7 बजे के करीब मोहल्ले के धार्मिक स्थल की छत पर एक पल्ली से ढका पढ़ा मिला था। बता दें कि किशोरी का शव बंदरों का झुंड धार्मिक स्थल की छत पर आने से मिला था क्योंकि वह शव को देखकर बार-बार शोर मचा रहा थे, जिन्हें डंडा लेकर भगाने हेतु गए सुल्तान नामक एक व्यक्ति कि नजर उक्त शव पर पढ गई थी, जिसकी जानकारी सुल्तान ने किशोरी के परिवार वालों को दी थी, जिसके बाद गुस्साए किशोरी के परिवार वालों ने अपने शक के चलते अपने पड़ोसी एजाज सभासद के घर पर पथराव करना शुरू कर दिया था।


जिसके चलते मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में कर लिया था। संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी का शव मिलनें के बाद पुलिस ने नामजद मिली तहरीर के अनुकूल अपहरण व हत्या में पड़ोसी लोग एजाज, नौशाद, इजहार व अफजाल के विरूद्ध नामजद मुकदमा पंजीकृत कर लिया था और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया था। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर अपना कार्य शुरू कर दिया था। पोस्टमार्टम के बाद शव के वापस आने पर उसे मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार कब्रिस्तान में दफनाया गया था। आपको बता दें कि उपरोक्त हत्याकांड के खुलासे हेतु एसएसपी वैभव कृष्ण, एसपी क्राइम प्रकाश कुमार, एसपी देहात अरविंद कुमार मौर्य, क्षेत्राधिकारी सदर प्रभात कुमार, व थाना मुरादनगर प्रभारी लक्षेन्द्र सिंह के अलावा लगभग 6 थानों के तेजतर्रार प्रभारी निरीक्षक लगाएं गए थे, फिर भी मामला दिन पर दिन और ज्यादा पेचीदा होता जा रहा था और पुलिस की सिर दर्द ई बढ़ती जा रही थी। जिसको मद्देनजर रखते जनपद के आला अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच, अल्फा व बीटा टीम को लगाया और उन्होंने हत्याकांड की रात-दिन एक करके गहनता पड़ताल कि, जिसमें यह स्पष्ट हुआ है कि मृतका किशोरी अपने छोटे भाई अली के साथ पास की दुकान पर फ्रूटी दिलाने गई थी, और फ्रूटी दिलाने के बाद किशोरी ने अपने 4 वर्षीय छोटे भाई अली को बीच रास्ते से ही घर भेज दिया था और आरोपी इजहार के घर की पैड़ी पर बैठकर चिप्स खाने लगी थी।


गौरतलब है कि शातिर शीबू उर्फ सहवाग पुत्र शाहनवाज निवासी केला मंडी मुरादनगर उक्त किशोरी को बहला-फुसलाकर मुजीब पुत्र बहाऊ बैग निवासी मोहल्ला कोर्ट मुरादनगर के घर उसके कमरे में चुप छुपाते ले गया और पीछे से मुजीब भी अपने उस कमरे में आ गया। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पहले तो शीबू ने मासूम किशोरी के साथ बलात्कार किया और बाद में मुजीब ने किशोरी के साथ अप्रकृतिक मैथुन किया। मासूम किशोरी जिससे के शोर ना मचा सके इसलिए एक दरिंदे ने तो किशोरी का मुंह दबाया और दूसरे दरिंदे ने दरिंदगी के साथ घटना को अंजाम दिया और तो और बारी-बारी से दोनों दरिंदों ने यौन शोषण व अप्रकृतिक मैथुन किया।


पुलिस के अनुसार बाद में शातिर दरिंदों ने किशोरी का कपड़े की रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हालांकि शातिर दरिंदों ने उसके बाद मासूम किशोरी के शव को बोर में लपेट कर अपने कमरे में ही अपने बेड के पास छिपा दिया और उसकी निगरानी करते रहे ताकि उक्त कमरे में कोई दाखिल ना हो सके, रात्रि में मौका मिलते ही दोनों शातिरों ने किशोरी के शव को बोरी से ढककर अपनी छत पर रख दिया। बता दें कि मुजीब के घर की छत धार्मिक स्थल के छत से मिली हुई है, शातिर दोनों दरिंदों ने प्रातः अंधेरे-अंधेरे बोरी में करें किशोरी के शव को धार्मिक स्थल की छत पर छुपा दिया और मोहल्ले से फरार हो गए। बता दें कि पड़ताल में स्पष्ट हुआ है कि मुजीब का भांजा शीबू है, दोनों शातिर एक ही कमरे में साथ-साथ सोते हैं, इसके अलावा इनके कई वर्षों से आपस में समलैंगिक के संबंध भी है, जानकारी के मुताबिक उक्त कमरे में परिवार का कोई अन्य सदस्य आता-जाता नही है।



एसएसपी वैभव कृष्ण ने जानकारी देते हुए बताया कि मासूम किशोरी के इस हत्याकांड में धारा- 364 अपहरण, 376 यौन शोषण, 377 अप्रकृतिक मैथुन, 302 हत्या व पोस्को एक्ट अधिनियम में कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि इनके कब्जे एवम् निशानदेही पर इनसे घटना के समय पहनी पैंट-शर्ट, कच्छा एवं घटना में प्रयुक्त नाडे की रस्सी व चादर बरामद हुई हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि बोरे को धार्मिक स्थल पर ले जाने दौरान एक परिवार के सदस्य ने उन्हें बोरा ले जाते देखा था परंतु उसने पुलिस से यह बात जानबूझकर छुपाई थी, जिसके चलते पुलिस उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेगी। पुलिस ने इन दोनों शातिर दरिंदों विरूद्ध ठोस-ठोस कार्रवाई करके इन्हें जेल भेज दिया है।

रिपोर्ट : फाईज़ अली सैफी

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