गाजियाबाद

मोदी के महाविद्यालय छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाये गंभीर आरोप, छेड़छाड़, भद्दे कमेन्ट और शराब पीकर करते है अभद्र भाषा का प्रयोग

Special Coverage News
11 Oct 2018 5:16 AM GMT
मोदी के महाविद्यालय छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाये गंभीर आरोप, छेड़छाड़, भद्दे कमेन्ट और शराब पीकर करते है अभद्र भाषा का  प्रयोग
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एक बार फिर दिल्ली के पास ग़ाज़ियाबाद के मोदीनगर के नामी कालेज मुल्तानी मल मोदी महाविद्यालय की छात्राओं के ड्रेस को लेकर कालेज के चीफ प्रोटेक्टर पर छात्राओं के साथ बदसलूकी का आरोप लगा है।

देश मे चाहे कितने भी कानून बेटियों को सुरक्षा ओर उन्हें आजादी देने के लिए बन जाये लेकिन बेटी फिर भी सुरक्षित नही है। ऐसा ही एक मामला ग़ाज़ियाबाद के मोदीनगर के कॉलेज में सामने आया है जहां एक कॉलेज के चीफ प्रोटेक्टर पद पर तैनात प्रोफेसर पर छात्राओं ने उनके कपड़े पहनने के ऊपर कमेंट करने ओर शराब पीकर अभद्र भाषा और छेड़छाड़ की शिकायत कालेज कर प्रिंसिपल को दी है । वही कालेज के माहौल को बिगड़ता देख पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया है। घटना मोदीनगर के मुल्तानी मल मोदी महाविद्यालय की है ।

एक बार फिर दिल्ली के पास ग़ाज़ियाबाद के मोदीनगर के नामी कालेज मुल्तानी मल मोदी महाविद्यालय की छात्राओं के ड्रेस को लेकर कालेज के चीफ प्रोटेक्टर पर छात्राओं के साथ बदसलूकी का आरोप लगा है। ऐसा आरोप कालेज की छात्राएं कालेज की चीफ प्रोटेक्टर हरीश कुमार पर लगा रही है । छात्राओं का कहना है कि हरीश कुमार शराब पीकर आते है और कॉलेज में आई लड़कियों के पहनावे को अश्लील ओर भद्दा बताते है ओर अपमानित करते है । छात्राओं ने कल एक लड़की के जीन्स पहनने के ऊपर किये गए चीफ प्रोटेक्टर के कमेंट के बाद आज प्रिंसिपल के ऑफिस पहुच जमकर हंगामा किया। और आरोपी चीफ प्रोटेक्टर को हटाने की मांग की ।



छात्र ओर छात्राओं के हंगामे के बाद आरोपी हरीश को प्रिंसिपल के ऑफिस में बुलाया गया और बात की गई जिस आरोपी हरीश का कहना है मेने कोई गुनाह नही किया लगातार बढ़ती लड़कियों के साथ वारदात को ध्यान में रखते हुए लड़कियों समझाया गया था और उन्हें सही कपड़े पहनने की बात कही थी। वही आरोपी चीफ प्रोटेक्टर हरीश ने पहले उल्टे लड़कियों पर लड़को के साथ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और फिर खुद ने जांच कर ये भी पता कर लिया जिसने लड़कियों के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था वो कालेज का छात्र नही है और उसकी जांच वो खुद कमेटी बनाकर कर रहा है।


वही इस मामले पर जब कालेज के प्रिंसिपल से बात की गई तो उन्होंने बताया कालेज में कोई ड्रेस कोड नही है और चीफ प्रोडेक्टर ने जो छात्राओं की ड्रेस को लेकर अपशब्द कहे थे उस कार्यवाही करते हुए चीफ प्रोडेक्टर हरीश को उनके पद से तत्काल कार्यवाही कर हटा दिया गया है ।


वही मामले पर ग़ाज़ियाबाद के एस एस पी वैभव कृष्ण से इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने बताया कालेज में लड़कियों के ड्रेस को लेकर कालेज प्रशासन के ऊपर उनकी ड्रेस को लेकर आरोप लगाए जा रहे है जिनकी जांच कर सही पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।



वैसे तो पुलिस मामले पर जांच करने के बाद कार्यवाही करने की बात कह रही है लेकिन इस घटना के बाद ये बात साफ हो गयी है चाहे सरकार और समाजसेवी संस्थाएं और देश की अदालत चाहे कितने ही कठोर कानून बेटियों की आजादी के लिए बना ले मगर जब तक ऐसे कालेजो के ऐसे लोगो की मानसिकता में बदलाव नही आता तब तक बेटियां आजाद ओर खुलकर नही रह पाएगी । कहते है कालेजो में युवाओं को बदलाव का पाठ पढ़ाया जाता है लेकिन बड़ा सवाल ये की कि जब कालेज में समाज और सोच में बदलाव के पाठ को पढ़ाने वाले ही बेटियों के कपड़े पहनने पर पाबंदी लगाएंगे तो कैसे बढ़ेगी और कैसे पेढेगी बेटी ।

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