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गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में 24 वर्षीय समीर को चोरी के शक में पुलिस ने बीते 2 दिन पहले दिल्ली से किया गिरफ्तार, अब है ये हालत
गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में 24 वर्षीय समीर को चोरी के शक में पुलिस ने बीते 2 दिन पहले उठाया जिसके बाद आज शाम पुलिस द्वारा समीर को सीरियस कंडीशन में कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां उसको वेंटिलेटर पर रखा गया है।
जहां एक तरफ गाजियाबाद के पुलिस प्रशासन के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं। वहीं दूसरी तरफ समीर के परिवार जनों का इंदिरापुरम थाने पुलिस पर समीर को टॉर्चर करने का आरोप लगाया जा रहा है बताते चलें समीर के भाई व परिवार जनों का आरोप है कि जब दोपहर में समीर से हवालात में मुलाकात हुई थी तो समीर ने पुलिस पर उसको जबरन टॉर्चर करने के आरोप लगाए थे और शाम को ही उसको पुलिस द्वारा अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर एडमिट कराया गया ऐसे में गाजियाबाद की पुलिस प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही का मामला प्रकाश में आ रहा है।
बात की जाए तो दिल्ली के बृज पूरी का रहना वाला है और समीर अपने घर में सबसे छोटा है और उसके पिताजी भी नहीं है और वह ऑनलाइन जॉब करके अपने घर का भरण पोषण करता है हालांकि परिवार के लोगों ने बताया कि पुलिस ने उनसे समीर के नाम राशि होने पर गलती से उठाया है ऐसे में जहां एक गरीब बच्चे को पुलिस हवालात में टॉर्चर किया जाता है और उसके कुछ घंटों बाद ही उसको वेंटिलेटर सपोर्ट पर पहुंचाया जाता है ऐसे में गाजियाबाद पुलिस की कार्यशैली शक के घेरे में आती है एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस की कार्यशैली को सुधारने में लगे हैं वहीं ऐसे पुलिस अधिकारी पुलिस की कार्यशैली पर ठप्पा लगा रहे हैं।
फिलहाल इस मामले पर पुलिस ने चुप्पी साध ली है। खबर लिखे जाने तक पुलिस प्रसाशन की ओर से कोई भी बात नहीं कही गई है।