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- बारूद के ढेर पर खड़ी...
गाजियाबाद। जरा गौर से देखिए इन चमचमाते हुए गलियारों को जहां सफाई और रंग रोगन बेहद उच्च क्वालिटी का है यह है विकास भवन की बिल्डिंग जहां मुख्य विकास अधिकारी सहित तमाम अधिकारियों के कार्यालय हैं इन्हीं गलियारों से जनपद में विकास की गंगा बहती है तमाम योजनाओं को यही सर चढ़ाया जाता है लेकिन आपने क्या इस चमचमाते हुए गलियारे पर गौर फरमाया जी हां आप को इस गलियारे में कहीं भी फायर फाइटिंग सिस्टम के उपकरण नजर नहीं आएंगे।
ईश्वर ना करें की भीषण गर्मी में अगर विकास भवन में आग लग गई तो मंत्र कितना भयानक होगा एक और किसी अधिकारी का ध्यान नहीं है निश्चित रूप से बड़ी चूक है जहां विकास भवन के प्रथम तल को नया रंग और साज-सज्जा के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए वहीं तमाम अधिकारी इस बात को भूल गए कि अग्निशमन यंत्र भी बेहद आवश्यक है।
जिसके चलते कहा जा सकता है कि जिला मुख्यालय परिसर स्थित विकास भवन की बिल्डिंग बारूद के ढेर पर खड़ी है यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि यह इस बात से साबित होता है कि विकास भवन की पूरी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम नदारद हैं जो थोड़े बहुत कहीं दिखाई नहीं देते हैं तो वह भी एक्सपायरी डेट क्रॉस कर चुके हैं ऐसे में अगर विकास भवन बिल्डिंग में आग लग गई तो निश्चित रूप से बहुत अधिक जनधन की हानि हो सकती है।
जरा गौर से फायर फाइटिंग सिस्टम सिलेंडर को देखिए और इस पर अंकित दिनांक को भी बेहद गौर से देखिए आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं आएगा की यह सिलेंडर 15 साल पुराना है जिसकी एक्सपायरी डेट 2007 है वही यह सिलेंडर कुछ नए हैं जो कि 2019 में लगाए गए थे और 2020 में एक्सपायरी भी हो गए।
सैयद अली मेहंदी (ब्यूरो चीफ)