गाजियाबाद

स्कूली छात्र की मौत मामले में CM योगी का बड़ा एक्शन, 3 भ्रष्ट परिवहन अधिकारी सस्पेंड

Sakshi
23 April 2022 6:25 AM GMT
स्कूली छात्र की मौत मामले में CM योगी का बड़ा एक्शन, 3 भ्रष्ट परिवहन अधिकारी सस्पेंड
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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र अनुराग की मौत के मामले में संभागीय परिवहन विभाग की लापरवाही सामने आई है।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र अनुराग की मौत के मामले में संभागीय परिवहन विभाग की लापरवाही सामने आई है। स्कूल बस अनफिट होने के चलते शासन ने दो एआरटीओ और एक संभागीय निरीक्षक को निलंबित कर दिया है। संभागीय निरीक्षक वर्तमान में कानपुर में तैनात हैं और गाजियाबाद से एक साल पहले उनका तबादला हुआ था। उनके कार्यकाल में ही एक साल पहले आखिरी बार फिटनेस कराया गया था। इसमें लापरवाही मानी गई है।

बता दें किसूरत सिटी कॉलोनी निवासी नितिन भारद्वाज के पुत्र अनुराग की बीते बुधवार को बस से स्कूल जाने के दौरान कॉलोनी के गेट से सिर टकराकर मौत हो गई थी। जिस बस में अनुराग स्कूल जा रहा था वह बिना फिटनेस के थी। स्कूल प्रबंधक ने संभागीय परिवहन विभाग से फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं लिया था। एक साल पहले बस की फिटनेस खत्म हो गई थी।

बता दें कि इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल बस का फिटनेस नहीं होने के मामले को गंभीरता से लिया है। इस मामले में एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत सिंह, एआरटीओ (प्रवर्तन) सतीश कुमार और संभागीय निरीक्षक प्रेम कुमार की लापरवाही मानी गई है। मुख्यमंत्री ने तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया। संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि दोनों एआरटीओ के निलंबन के आदेश शुक्रवार को मिले, जबकि संभागीय निरीक्षक प्रेम कुमार को देर रात निलंबित कर दिया था। प्रेम कुमार की वर्तमान में कानपुर में तैनाती है, लेकिन उनके कार्यकाल में ही बस का एक साल पहले आखिरी बार फिटनेस कराया गया था। उसमें लापरवाही मानी गई है।

संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि मोदीनगर हादसे के बाद बच्चों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हजार आंखें और हजार हाथ नाम से अभियान शुरू किया जा रहा है। इसके तहत विभाग की तरफ से वॉट्सऐप नंबर जारी किया जाएगा। नंबर पर अभिभावक जिन स्कूल में उनके बच्चे पढ़ते हैं उनकी बसों की जानकारी ले सकते हैं। वॉट्सऐप पर अभिभावकों को बसों की एक्सल सीट दी जाएगी। एक्सल सीट से बसों की फिटनेस और बीमा आदि की जानकारी मिल जाएगी। अभिभावकों की शिकायत पर मानक पूरे नहीं करने वाली बसों को सीज किया जाएगा।

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