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गाजियाबाद DM ने इस भयानक ठंड में रैन बसेरे में बिताई रात, लोग बोले- पहले नहीं देखा ऐसा जिलाधिकारी
गाजियाबाद : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को भी योजनाओं और सुविधाओं की हकीकत जानने के लिए धरातल पर जाने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में गाजियाबाद के डीएम ने नजीर पेश की है। जिलाधिकारी गाजियाबाद डॉक्टर अजय शंकर पांडेय ने व्यवस्थाओं की जानकारी के लिए रैन बसेरे में न केवल रात बितायी बल्कि रैन बसेरे के बिस्तरों को अपने बिस्तर की तरह इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं डीएम गाजियाबाद ने रैन बसेरे में ही अपना ऑफिस लगाया और फाइलें निपटाईं।
मंगलवार सुबह 11 बजे खुद को समाजसेवी कहने वाले एक व्यक्ति ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात की और उनसे शहर में बने रैन बसेरों में खराब इंतजाम की शिकायत की थी। जिसके बाद खुद जिलाधिकारी रात को 11 बजे अर्थला स्थित रैन बसेरे पहुंचे। आधा घंटा यहां रुकने के बाद डीएम राजनगर में बने रैन बसेरे में पहुंचे। यहां पर लगे एक बिस्तर पर ही वह बैठ गए। जब समाजसेवी को डीएम के ओएसडी ने बताया कि डीएम खुद रैन बसेरे पहुंचे हैं और वहां रात बिताएंगे तो समाजसेवी ने फोन बंद कर लिया।
डीएम के ओएसडी ने उस समाजसेवी को भी फोन लगाया, जिन्होंने रैन बसेरे में अव्यवस्था की शिकायत की थी। ओएसडी ने कहा कि डीएम आपके आवास के पास ही रैन बसेरे में रात गुजार रहे हैं। वह मौके पर आकर देख लें। इस पर समाजसेवी 15 मिनट में आने की बात कही और फिर फोन भी बंद कर लिया।
इसके बाद डीएम अजय शंकर पांडेय रैन बसेरे के ही एक बिस्तर पर बैठ गए और अपना ऑफिस का काम करने लगे। रैन बसेरे में मौजूद कुछ लोगों को उन्हें जैकेट मंगाकर भी दीं। गाजियाबाद में डीएम के इस कार्य की चर्चा हो रही है और जबरदस्त प्रशंसा हो रही है। उधर, 27 दिसंबर से यूपी सरकार द्वारा नामित किए गए नोडल अधिकारी गन्ना क्रय केंद्रों, मंडियों और तमाम योजनाओं की धरातल पर जांच कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि रैन बसेरों में लोगों को दी जा रही सुविधाएं ठीक मिलीं। हालांकि कुछ खामियां भी देखने को मिली हैं, जिन्हें जल्द ही ठीक करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं, जिलाधिकारी के इस कदम से रैन बसेरे में रह रहे लोग भी काफी खुश दिखे। इस दौरान लोगों ने कहा कि उन्होंने ऐसा डीएम पहले कभी नहीं देखा है, जाे सभी की फिक्र करता हो।
देखिये ये रिपोर्ट -