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भाजपा विधायक के बड़े भाई ने कराई थी सगे मामा की हत्या, गाजियाबाद पुलिस का बड़ा खुलासा
गाजियाबाद। भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी के मामा नरेश पाल त्यागी की हत्या पारिवारिक और राजनैतिक साजिश के तहत हुई थी। पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड में भाजपा विधायक के बड़े भाई एवं मृतक नरेश पाल के बड़े भांजे गिरीश त्यागी मुख्य आरोपी है। पुलिस ने इस प्रकरण में हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया गया था। जांच में कई महत्वपूर्ण चीजें सामने आई हैं।
सिहानी गेट थाना क्षेत्र के लोहिया नगर में गत 9 अक्तूबर को नरेश त्यागी की हत्या कर दी गई थी। उस समय वह मार्निंग वॉक कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिषेक वर्मा ने बताया कि इस वारदात को शातिराना अंदाज में अंजाम दिया गया था। हत्याकांड की जांच के दौरान जितेंद्र नामक व्यक्ति का नाम प्रकाश में आया। जितेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। एसपी का दावा है कि आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
पुलिस ने हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र त्यागी पुत्र रामनिवास त्यागी निवासी नूरनगर सद्दीक नगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी जितेंद्र ने बताया कि उसने और मृतक के सगे बड़े भांजे गिरीश त्यागी ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शूटर को हायर किया था। जितेंद्र का गिरीश त्यागी के साथ काफी पुराना याराना था। नरेश त्यागी की हत्या से करीब 2 माह पहले जितेंद्र और गिरीश ने हत्या की योजना बना ली थी।
योजना के तहत दोनों घटना से 2 दिन पहले 7 अक्तूबर को लखनऊ चले गए थे और तय किया कि वारदात के बाद गाजियाबाद लौटकर आएंगे, जिससे उन पर किसी को शक ना हो, मगर घटना की खबर लगते ही गिरीश त्यागी घबरा गया। गिरीश ने जितेंद्र त्यागी का मोबाइल फोन बंद करा दिया। घटना में संलिप्त होने की वजह से गिरीश अपने सगे मामा के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुआ था। जितेंद्र और गिरीश विभिन्न शहरों में छिपकर रह रहे थे। घटना में मृतक के बड़े भांजे गिरीश त्यागी सहित 3 आरोपी अभी फरार है। जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पारिवारिक राजनैतिक विरासत को लेकर हुई हत्या
पुलिस के मुताबिक हत्या की वजह पारिवारिक राजनैतिक विरासत है। पूरा मामला उत्तर प्रदेश सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री व छह बार विधायक रहे राजपाल त्यागी की राजनीति विरासत को पाने का है। उम्र ज्यादा होने के कारण उन्होंने बेटों को राजनीति में सक्रिय किया। बड़े बेटे गिरीश त्यागी की पत्नी व अजित पाल त्यागी को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया। गिरीश की पत्नी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गईं, अजित पाल त्यागी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष बन गए थे। दोनों भाइयों के बीच मनमुटाव व दरार यहीं से पड़ गई थी। वर्ष 2017 में अजित पाल त्यागी भाजपा के टिकट पर मुरादनगर से चुनाव लड़े और विधायक बने। पहले जहां तवज्जो गिरीश त्यागी को मिलती थी। वहीं, अजित पाल त्यागी के विधायक बनने के बाद उन्हें ज्यादा तवज्जो मिलने लगी। विधायक बनने के बाद राजनीतिक और सामाजिक तौर पर उनका कद काफी बढ़ गया था। वहीं, गिरीश की उपेक्षा होने लगी थी। इसी कारण दोनों भाइयों के बीच रार बढ़ गई। मामा नरेश पाल त्यागी विधायक अजित पाल त्यागी का समर्थन करते थे। खुद की उपेक्षा और विधायक भाई का बढ़ता कद देख गिरीश ने उनके सबसे विश्वासपात्र व रीढ़ माने जाने वाले मामा नरेश पाल त्यागी की साजिश रचकर शूटरों से हत्या कराई।
हत्या की साजिश में इसलिए शामिल हुआ जितेंद्र त्यागी
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद के सिहानी गांव का रहने वाले जितेंद्र त्यागी मुरादनगर विधायक अजित पालके बड़े भाई गिरीश त्यागी का बेहद करीबी है। वह गाजियाबाद का हिदू युवा वाहिनी का जिलाध्यक्ष था। विधायक की पैरवी के चलते ही उसे जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था। इसी के बाद से जितेंद्र भी विधायक अजित पाल त्यागी से खुन्नस मानने लगा था। विधायक को कमजोर करने के लिए ही वह गिरीश के साथ नरेश पाल त्यागी की हत्या की साजिश में शामिल हुआ।
खुलासे से विधायक नहीं है संतुष्ट
भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने मामा नरेश त्यागी की हत्या के खुलासे पर सवाल खड़े किए हैं। विधायक अजीत पाल त्यागी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पुलिस ने किसी निर्दोष को जेल भेजने का कार्य किया है।
अगर पुलिस इस घटनाक्रम को सही तरीके से खोलती तो कुछ और बात होती। विधायक त्यागी ने कहा कि वारदात के सवा महीने बाद पुलिस उनके मामा की हत्या का खुलासा करने में पूरी तरह से असफल दिखाई दे रही है। नरेश त्यागी के बेटे अभिषेक त्यागी ने भी पुलिस से साक्ष्य की मांग की। अभिषेक का कहना है कि पुलिस के पास न तो षड्यंत्र को लेकर कोई सुराग है और ना शूटर्स के बारे में कोई जानकारी है। पुलिस ठोस साक्ष्य दिखाए, तभी वह सही खुलासा मानेंगे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने भाजपा विधायक के खिलाफ जारी किया था वीडियो
बता दें कि भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी के पिता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी ने भी विगत समय में एक वीडियो जारी कर अपने ही विधायक पुत्र पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि अजीत पाल अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रहा है। जिला पंचायत का चुनाव लडऩे की बात से अजीत पाल त्यागी गिरीश त्यागी से नाराज चल रहा था। इस नाराजगी के चलते ही उसे इस हत्याकांड में फंसाने की चाल में वह कामयाब हो गया।
मामले का खुलासा पूरी तरह से सबूतों के आधार पर किया गया है। पुलिस के पास पुख्ता साक्ष्य हैं। हत्या की साजिश की पूरी कड़ी का पुलिस ने पता लगा लिया है। नरेश पाल त्यागी की हत्या करने वाले शार्प शूटर के नाम कुछ खास वजह से उजागर नहीं किया गया है। पूरे मामले के खुलासे को लेकर कहीं भी किसी भी तरह की शक की कोई गुंजाइश नहीं है।अभिषेक वर्मा
एसपी सिटी गाजियाबाद।