गाजियाबाद

आतंकियों से लड़ते हुए गाजियाबाद के विनोद कुमार हुए शहीद, इन मासूमों पर क्या बीती होगी!

Special Coverage News
2 March 2019 6:54 AM GMT
आतंकियों से लड़ते हुए गाजियाबाद के विनोद कुमार हुए शहीद, इन मासूमों पर क्या बीती होगी!
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इसी कॉलेज के अब तक दो छात्र शहीद हो चुके हैं। पुलवामा में शहीद हुए अजय की शहादत की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि शुक्रवार की रात जब विनोद के शहीद होने की खबर उसके मूलत: गांव कस्बा पतला पहुंची तो गांव में सन्नाटा छा गया है।

गाजियाबाद : जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में शुक्रवार दोपहर बाबागुड़ इलाके में आतंकवादियों की घेराबंदी के दौरान हुई मुठभेड़ में गाजियाबाद जनपद के कस्बा पतला निवासी जांबाज विनोद कुमार (35) स्वर्गीय चमन सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए। जवान के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों व आसपास के क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया। कस्बा पतला निवासी विनोद कुमार सीआरपीएफ 92 बटालियन में तैनात थे। उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थी। शुक्रवार दोपहर वह कुपवाड़ा में अपने साथियों के साथ आतंकवादियों से लोहा ले रहे थे। उसी दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने दो आतंकवादी मार गिराए। वहीं सीआरपीएफ के एक अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इनमें विनोद कुमार भी शामिल थे। जवान के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों व आसपास के क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया।

शहीद विनोद कुमार अपने पीछे पत्नी नीतू, पुत्र अंश (9) व पुत्री एलिस उर्फ अनवी (6) को छोड़कर गए हैं। इनके अलावा परिवार में तीन भाई राजेंद्र, जोगेंद्र व पप्पू के अलावा बहन कुसुम व राजवती हैं। उनके घर पर गमजदा परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा है।

जम्मू कश्मीर के कूपवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ओर आतंकवादियों के बीच शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने वालों में कस्बा पतला निवासी किसान स्व. चमन सिंह का बेटा विनोद कुमार भी है। विनोद चौधरी चरण सिंह इंटर कॉलेज का छात्र रहा है। इसी कॉलेज के अब तक दो छात्र शहीद हो चुके हैं। पुलवामा में शहीद हुए अजय की शहादत की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि शुक्रवार की रात जब विनोद के शहीद होने की खबर उसके मूलत: गांव कस्बा पतला पहुंची तो गांव में सन्नाटा छा गया है। रविवार की सुबह शहीद का शव पहुंचने की संभावना को लेकर गांव में मातम का माहौल पसर गया है। शहीद के शव के इंतजार में जहां परिजनों की आश्रुपूरित आंखें टकटकी लगाए हुए हैं, वहीं शोक संतृप्त परिवार को लोग ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।

बता दें कि 17 फरवरी को आतंकी हमले में 42 सैनिकों की शहादत को लेकर लोगों के बीच उमड़ा आक्रोश थमा भी नहीं था कि गम, गुस्से और गर्व की भावना के साथ इस बीच 19 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आतंकी अब्दुल गाजी की गिरफ्तारी को लेकर चले ऑपरेशन में पतला के ही समीप गांव बसा टीकरी का अजय शहीद हो गया। पूर्व सैनिक वीरपाल के बेटे अजय कुमार की शहादत को लेकर जहां अभी तक माहौल गमगीन बना हुआ था और एयर स्ट्राइक में कमांडर अभिनंदन की पाक से हुई रिहाई को लेकर भारतीय वायुसेना के जांबाज अभिनंदन के भारत लौट आने पर प्रसन्नता हो रही थी, ऐसे में शुक्रवार की रात्रि जब पतला के किसान चमन सिंह के परिजनों को फोन पर सेना के अधिकारियों ने सूचना दी कि कूपवाड़ा में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना पर चलाए गए सर्च अभियान के दौरान आतंकवादियों की मुठभेड़ में विनोद कुमार शहीद हो गया है।

यह समाचार मिलने के बाद से ही जहां विनोद की पत्नी नीतू का रो-रोकर बुरा हाल है,वहीं उसे अपने पति की शहादत पर गर्व भी है। विनोद कुमार के तीनों भाइयों को अपने लख्ते जिगर के खोने का गम भी उनकी आंखों में देखा जा सकता है। साथ ही पाक की कायराना हरकतों के प्रति आक्रोश भी उनमें दिखाई दे रहा है। शहीद विनोद के घर पर पतला आईटीआई के प्रंबधक गजेंद्रपाल सिंह, पतला इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सुनील कुमार सहित कई शिक्षण संस्थाओं के शिक्षक व विद्यार्थियों के साथ गणमान्य लोग ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही गम का पहाड़ परिवार पर टूट पड़ा।

शहीद विनोद का नौ वर्षीय बेटा अंश व छह वर्षीयr बेटी एलीस परिवार के लोगों को रोते बिलखता देख पापा के बारे में पूछ रहे थे। बच्चों को देखकर वहां मौजूद सभी की आंखे नम हो रही थीं। उधर, क्षेत्र के दो नौजवानों के शहीद होने को लेकर जनप्रतिनिधियों के रवैये पर भी रोष दिखाई दे रहा था। विनोद के तीन भाई राजेंद्र, जोगेंद्र व तीसरा पप्पू, बहन कुसुम व राजवती का रो रोकर बुरा हाल था।

साभार

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