- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- गाजियाबाद
- /
- महिलाएं ही करेंगी...
महिलाएं ही करेंगी महिलाओं की समस्या का निदान- अस्मिता लाल
गाजियाबाद। एक तरफ जहां पूरा देश स्वच्छ भारत अभियान में जुटा हुआ है वहीं दूसरी ओर गाजियाबाद की एक महिला प्रशासनिक अधिकारी ने सुखद पहल की है। दरअसल गंदगी, बीमारी और कुप्रबंधन से जूझती महिलाओं को अब जिंदगी, ताजगी और उत्तम स्वास्थ्य का तोहफा मिलेगा वाला है।
गाजियाबाद की मुख्य विकास अधिकारी स्मिता लाल की दूरदर्शी सोच का जिसके चलते उन्होंने महिलाओं की जिंदगी में वह परिवर्तन लाने की पहल की है। जिसका एहसास सिर्फ एक महिला को ही हो सकता है। बड़ी बात यह है कि महिलाओं के दुखों और तकलीफों को दूर महिलाओं के उधम और परिश्रमी आत्मा बल से ही किया जाएगा, यानी अब महिलाओं के तकलीफें स्वयं महिलाएं ही मेहनत कर दूर करेंगी। इसके लिए एक विस्तृत योजना बना ली गई है। जिस पर जल्दी सरकारी अमल शुरू कर दिया जाएगा।
हम बात कर रहे हैं महिलाओं के हाइजीन से जुड़ी समस्या की। जिसके लिए सरकारी अमला पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इस अभियान के अंतर्गत हाइजेनिक सेनेटरी पैड बनवाए जाएंगे जिन को निशुल्क वितरित किया जाएगा। हाइजेनिक सेनेटरी पैड का निशुल्क वितरण पूर्ण रूप से ग्रामीण क्षेत्र में केंद्रित रहेगा जबकि इंटरनेट के माध्यम से भी इसकी मार्केटिंग की जाएगी। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने बताया कि महिला समूह द्वारा सरकारी सहायता से हाइजेनिक सेनेटरी पैड का उत्पादन शुरू किया जाना है। जिसके लिए विस्तृत कार्य योजना बना ली गई है ऐसे में जहां महिलाओं को हाइजेनिक सुरक्षा मिलेगी। वहीं महिला समूह द्वारा इसका उत्पादन महिलाओं को आर्थिक मजबूती भी प्रदान करेगा। निश्चित रूप से यह एक सार्थक पहल है जिसके लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है।