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गाजियाबाद में घर से बुलाकर युवक को गोलियों से भूना, गुस्साए परिजनों ने हाईवे किया जाम
गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. बीती रात यूपी के गाजियाबाद में एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी. मृतक के परिजनों ने रोष व्यक्त करते हुए हंगामा कटा और हाईवे भी जाम कर दिया. ये पूरा मामला जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर थाना क्षेत्र का है.
दरअसल, मोदीनगर थाना क्षेत्र में तिबड़ा रोड स्थित कृष्णाकुंज कॉलोनी में सोमवार रात चर्चित दीपेंद्र हत्याकांड के मुख्य आरोपी अक्षय सांगवान (28) की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। हमलावर बाइक और कार से आए और अक्षय की हत्या के बाद बाइक मौके पर छोड़कर कार से फरार हो गए। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने दिल्ली-मेरठ रोड स्थित जीवन अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। ग्रामीणों की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। हालात बिगड़ते देख कई थानों की फोर्स और आरआरएफ मौके पर बुला ली गई। सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंच गए। एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर डेढ़ घंटे बाद जाम खुल सका।
गांव खंजरपुर निवासी अक्षय सांगवान वर्तमान में तिबड़ा रोड स्थित कृष्णाकुंज कॉलोनी में रहता था। सोमवार रात करीब 8 बजे वह अपने घर में बैठा हुआ था। इसी दौरान बाइक व कार से आए आधा दर्जन लोग वहां पहुंचे और बात करने के बहाने अक्षय को बाहर बुलाया। करीब 10 मिनट तक बात करने के बाद उक्त लोगों ने अक्षय पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। लहूलुहान होकर अक्षय जमीन पर गिर पड़ा। घटना के बाद हमलावर मौके पर बाइक छोड़कर कार से भाग गए। गोलियों की आवाज सुनकर परिजन बैठे लोगों के पर दौड़े और लहूलुहान हालत में अक्षय को जीवन अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सड़क पर लेट कर दिल्ली-मेरठ रोड किया जाम
अक्षय की हत्या से गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने सड़क पर लेटकर दिल्ली-मेरठ रोड जाम कर दिया। परिजनों को दिखाए बिना शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने पर ग्रामीण आक्रोशित थे। करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगने से दिल्ली-मेरठ हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन ने हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। जाम खोलने के बाद ग्रामीण मोदीनगर थाने पर पहुंच गए और वहां भी हंगामा किया। पल-पल लोग आक्रोशित होते रहे और हालात बिगड़ते रहे। ग्रामीण मृतक अक्षय को सुपुर्द करने की मांग पर अड़े हुए थे। परिजनों ने यहां तक कह दिया वह अक्षय का शव देखने से पहले इस मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराएंगे।
कैमरों की डीवीआर लेने पहुंची पुलिस बैरंग लौटी
अक्षय सांगवान के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। घटना के बाद पुलिस डीवीआर लेने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। तीखी नोकझोंक के बाद पुलिस को बिना डीवीआर लिए ही बैरंग लौटना पड़ा। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल पर दर्जनों खोखे पड़े मिले, जिन्हें कब्जे में ले लिया गया।
दीपेंद्र हत्याकांड का मुख्य आरोपी था अक्षय
17 अप्रैल 2019 को तिबड़ा रोड पर तिबड़ा निवासी दीपेंद्र और दिप्पन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में अक्षय व उसके भाई सनी समेत अन्य आरोपियों को जेल भेजा था। दीपेंद्र हत्याकांड में अक्षय को भी गोली लगी थी। पुलिस अभिरक्षा में उपचार के बाद अक्षय को जेल भेजा गया था, हालांकि इलाज के लिए करीब तीन माह पहले ही कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा किया था।
जन्मदिन के दो दिन बाद ही उतार दिया मौत के घाट
अक्षय सांगवान का गत 22 अगस्त को जन्मदिन था। अक्षय ने सादगी के साथ अपना जन्मदिन परिवार के बीच में ही मनाया था। सोमवार रात कब है अपने घर में बैठा था इसी दौरान हमलावरों ने बात करने के बहाने उसे बाहर बुलाया और गोलियों से भूनकर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने अक्षय के मोबाइल को कब्जे में लेकर उसकी सीडीआर खंगालनी शुरू कर दी है।
कैंटीन के विवाद में हुआ खून-खराबा
देसी शराब ठेके के पास एक कैंटीन को लेकर अक्षय और दीपेंद्र में विवाद शुरू हुआ था। ठेके के पास दीपेंद्र कैंटीन चलाता था जबकि अक्षय के पिता जितेंद्र ने भी कुछ दूरी पर ही दूसरी कैंटीन खोली ली थी। इसी बात पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। इसके बाद दीपेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एसपी ग्रामीण नीरज कुमार यादव का कहना है कि अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर अक्षय की हत्या की है। शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। हत्यारों की तलाश की जा रही है अभी तक घटना के संबंध में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।