उत्तर प्रदेश में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नए समीकरण की तस्वीर सामने आई है. अब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने खुद को एक दुसरे के साथ करके भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर देने का मन बना लिया है. अब उत्तर प्रदेश में कांटे की टक्कर होगी भारतीय जनता पार्टी को अब उत्तर प्रदेश में दिन में तारे दीखते नजर आयेंगे हालांकि अभी यह समझौता बड़े स्तर पर नहीं हुआ है.
इसका गणित बता दें कि बीते विधानसभा में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को लगभग बराबर ही वोट मिले थे जो कि एक पार्टी को 24 प्रतिशत और एक पार्टी को 26 प्रतिशत मत थे और सात प्रतिशत वोट कांग्रेस को मिले थे. अब इनकी दुर्गति लोकसभा और विधानसभा से बुरी नहीं होगी, लिहाजा परिणाम एकतरफा होंगे अगर इनका समझौता बृहद स्तर पर हो जाया तो. दोनों के लगभग 50 सांसद लोकसभा पहुंचेंगे. क्योंकि स्पेशल कवरेज न्यूज ने जब यही समीकरण का विकल्प बिहार में बताया था तो सबको बड़ा अचम्भा हुआ था लेकिन परिणाम हमारे हिसाब से ही आये थे. अगर इस परिणाम पर संसय हो तो जरा ध्यान जरुर रखना.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के निवास पर हुई मैराथन बैठक के बाद बसपा गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशियों का समर्थन करेगी. जिसका औपचारिक ऐलान रविवार को किया जाएगा.बताया जा रहा है कि गोरखपुर और फूलपुर में हो रहे लोकसभा उपचुनाव के बारे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के जिम्मेदार नेताओं से फीडबैक लिया था. दोनों लोकसभा क्षेत्रों के जोनल कोऑर्डिनेटर से भी उनकी बात हुई थी. अब इसका एलान भी हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के लिए अब एक बड़ी लड़ाई उत्तर प्रदेश में तैयार हो गई है.