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- हाथरस के डीएम ने फिर...
हाथरस गेंगरेप मामला जहां आज की सबसे बड़ी खबर बना हुआ है तो सरकार बार बार हाथरस प्रसाशन की वजह से बैकफुट पर आ रही है. लेकिन सरकार जिले के डीएम और एसपी को आखिर किस बात का इनाम देकर बचा रही है ये भी एक सवाल बना हुआ है. जहां कोरोना को काबू में करने के नाम पर देश ही नहीं विदेशों में आपना नाम कमा चुके सीएम योगी आदित्यनाथ की भद्द जितनी हाथरस जिला प्रसाशन ने पिटवाई है उतनी किसी ने नहीं पिटवाई होगी.
अभी अभी मिली जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी प्रवीण कुमार ने पीड़ित पिता से कहा, मीडिया आज यहॉं है, कल नहीं रहेगी, सब चले जायेंगे. आप सरकार की बात मान लो. आप बार बार बयान बदल कर ठीक नहीं कर रहे हैं. इसलिए जो बोला गया और समझाया गया है उसी पर काबिज रहो. इसका मतलब क्या है.
जिस तरह उन्नाव प्रकरण में भी सरकार बैकफुट पर आई थी लेकिन उस समय चुनाव दूर था अब सिर्फ एक साल बाकी है उसमें भी प्रचार का कार्य शुरू हो चुका है. अभी आठ सीटों पर उप चुनाव है जो सेमी फायनल होगा. फिलहाल रेप ने सरकार के सामने एक खाई खड़ी कर दी है. लेकिन प्रदेश का आम वोटर आज भी योगी की तारीफ करता नजर आ रहा है वही वोटर अब सवाल कर रहा है कि हाथरस डीएम और एसपी पर सरकार की इतना रहम क्यों?
खैर एक ही दिन में ताबड़ तोड़ वारदातों से पूरा प्रदेश हिल गया है. जिससे प्रदेश में एक नया तूफ़ान खड़ा हो गया है. हाथरस , बलरामपुर , आगरा , बागपत और बूलंदशहर में रेप की घटनाओं से सरकार पर दबाब जरुर बन गया है. फिलहाल देखते है सरकार कब तक इस दबाब से बाहर आती है.