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शिक्षा मित्र की रिवॉल्वर के साथ वायरल फोटो का सच आया सामने, नहीं पाया गया शिक्षा मित्र दोषी
हाथरस जिले के थाना चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गाँव के प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त शिक्षामित्र का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया। जिसमें शिक्षामित्र बताया गया कि वह कमर में पिस्टल लगाकर कक्षा में पढ़ा रहा था। वायरल वीडियो की जानकारी जब पुलिस के अधिकारियों को लगी तो इस वीडियो की जांच चंदपा थाना के अपराध के प्रभारी से कराई गई।
जांच कर रहे अपराध निरीक्षक ने जांच आख्या देते हुए लिखा वीडियो की जांच में पाया गया रंजीत सिंह सिसोदिया पुत्र कर्ण सिंह निवासी बूलगढ़ी थाना जनपद हाथरस दिनांक 16 फरवरी 2006 से शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत है। 24 फरवरी 2023 को विद्यालय के कक्षा 5 में अध्ययनरत 1 छात्र बच्चों को खेलने वाली प्लास्टिक की रिवाल्वर अर्थात खिलौना को लेकर विद्यालय में आया था। खिलौनों को लेकर छात्र और कक्षा चार में अध्ययनरत छात्र आपस में झगड़ रहे थे।
इस पर विद्यालय में कार्यरत शिक्षा मित्र रंजीत सिंह ने उस प्लास्टिक के खिलौने को बच्चों से छुड़ाकर अपनी कमर में पेट के सामने घूरस लिया और फिर बच्चों को समझाने लगे चंद्रशेखर आजाद इसी तरह रहते थे। इसके बाद शिक्षामित्र द्वारा अपने मोबाइल फोन से कक्षा 5 में अध्ययनरत एक छात्रा से अपना फोटो खिंचवा लिया। स्कूल का समय समाप्त होने पर शिक्षामित्र जब आप घर आया तो उसने अपना मोबाइल घर पर रख दिया और घरेलू कार्य में व्यस्त हो गया।
शिक्षामित्र रंजीत की बच्चों द्वारा अज्ञानता में फोटो और वीडियो को फेसबुक पर प्लेटफार्म पर अपलोड कर दिया। वीडियो फोटो की यही सच्चाई है मेरे द्वारा जांच कर आज का सेवा में सादर प्रेषित की जाती है। शिक्षा मित्र के वायरल वीडियो की सच्चाई की बात जांच अधिकारी चंदपा थाने के अपराध निरीक्षक आरडी सिंह यादव की जांच से सामने आ गई। शिक्षामित्र के द्वारा किसी भी तरीके का कोई गलत काम नहीं किया था और शिक्षामित्र एक बार फिर सही साबित हुआ।