- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- राज्य शिक्षक पुरुस्कार...
राज्य शिक्षक पुरुस्कार के हकदार अनुदेशक- शिक्षामित्र क्यों नहीं,सरकार का सौतेला रवैया क्यों?
राज्य शिक्षक पुरुस्कार 2023: एक विद्यालय में दो तरह की व्यवस्था क्यों? एक ही राज्य में शिक्षकों के सम्मान में भेदभाव क्यों? क्या उत्तर प्रदेश की सरकार अनुदेशक, शिक्षामित्र को शिक्षक नहीं मानती। शायद नहीं मानती, तभी तो जहां उसी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले एक शिक्षक को सम्मान दिया जा रहा है तो दूसरी ओर वहीं पर अपनी मेहनत से छात्रों को पढ़ाने वाले अनुदेशक, शिक्षामित्र को सम्मान का हकदार नहीं समझा जा रहा।
शिक्षक दिवस पर 75 शिक्षक पाएंगे पुरुस्कार, लेकिन इसमें एक भी अनुदेशक,शिक्षामित्र का नाम नहीं
5 सितंबर शिक्षक दिवस पर 75 शिक्षको को राज्य पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा, लेकिन दुर्भाग्यवश इसमें एक भी अनुदेशक, शिक्षामित्र का नाम नहीं है। यह अन्याय सरकार क्यों कर रही है,समझ नहीं आता है।
अनुदेशक, शिक्षामित्र के साथ सौतेला व्यवहार: विक्रम सिंह
अनुदेशक प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह का कहना है कि, "यह सरकार अनुदेशक, शिक्षामित्र के साथ सौतेला व्यवहार करती है। उन्हें पुरुस्कार योग्य नहीं समझती। जबकि हम भी पूरी मेहनत के साथ छात्रों को शिक्षित करने का काम करते हैं।"