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- शहीद सीओ देवेंद्र...
शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के भतीजे ने जब लिखी ये भावुक बात और शेयर की आखिरी भेजी ये तस्वीर
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आज आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए. जिसमें सबसे सीनियर डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्र भी शहीद हो गए. उसके बाद उनके भतीजे ने लिखी ये भावुक पोस्ट.
भतीजे ने लिखा
ये जो बीच में एक दोहरी देह का शख़्स खड़ा देख रहे हैं वर्दी में , ये मेरे ताऊ जी थे ,थे इसलिए कि कल कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर छापे के वक़्त मुठभेड़ हो गई और बदमाशों ने घर के अंदर से छतों से पुलिस पार्टी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर आठ पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया !
ताऊ जी देवेंद्र कुमार मिश्र जी बिल्हौर सीओ थे ,कल की मुठभेड़ में शहीद हो गए ! एक वक्त था जब मैं भी भगवान पे भरोसा करता था , उस भगवान की जिसकी छवि मेरे मन में एक बेहद नेकदिल इंसान की थी , अब बड़ा हो गया हूँ , ज्ञान और अनुभव ने बता दिया है कि भगवान इंसान नहीं होता, क्यूंकि न ही उसका कोई शरीर है और न ही उसका कोई चेहरा ! और नेकदिल ? वो तो बिल्कुल नहीं !
भगवान के तो शायद दिल ही नहीं ! ईमानदार पुलिस वाला कैसा होता है , मैंने ताऊ जी को बहुत क़रीब से देखा है इसलिये बता सकता हूँ! घर में ताई जी हैं और दो बेटियां हैं , एक 11वीं में है और एक ने 12वीं पास की है ! कितना भी ज़रूरी और कोई काम हो , लेकिन ताऊ जी के लिए ड्यूटी के आगे कुछ नहीं था !
ताई जी को उनसे किसी काम के लिए कहना होता था तो पहले मुझसे कहती थीं कि तुम कह दो ! ताऊजी हमपे चिल्लाते नहीं थे पूरी बात सुनते थे , और ताई जी से ये कहके फोन काट देते थे कि ड्यूटी के वक़्त डिस्टर्ब न किया करो !
ताऊजी व्हाट्सएप्प पे अक्सर अपनी एकाध फोटोज़ भेजते रहते थे , ये एक उनमें से ही है! समझना मुश्किल नहीं था कि ताऊ जी को अपनी वर्दी , अपने काम और अपने फ़र्ज़ से कितना प्यार था ! वर्दी का कर्ज अदा कर दिया आपने , लेकिन हम सबको छोड़ गए , बेसहारा और रोता बिलखता हुआ ! योगी सरकार से उम्मीद कम ही है , फिर भी दिल कहता है कि ख़ून का बदला खून होना चाहिए , योगीजी पुलिस को छूट दे दीजिएगा इस बार ! बाकी ईश्वर का भरोसा नहीं है , अब बिल्कुल नहीं है !