कासगंज

यूपी: कासगंज में भारतीय किसान यूनियन स्वराज की किसान पंचायत हुई आयोजित

Desk Editor
6 Oct 2021 11:08 AM GMT
यूपी: कासगंज में भारतीय किसान यूनियन स्वराज की किसान पंचायत हुई आयोजित
x
लखीमपुर खीरी से उठी किसान आंदोलन की चिंगारी को आग बनने से पहले ही दबाने का काम कुछ किसान नेताओं ने योगी सरकार से मिलकर किया है

कासगंज, उत्तर प्रदेश: पंचायत में मुख्य अतिथि के रूप राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय उपस्थित रहेँ, पंचायत का संचालन राष्ट्रीय प्रमूख महासचिव ठाकुर श्याम वीर सिंह ने किया

पंचायत में लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलनकारियों की निर्मम हत्या पर शोक संवेदना प्रकट कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की गयी,लखीमपुर खीरी घटना ने समूचे देश के किसानों की आँखे खोल दी की भाजपा सरकार किसान विरोधी ही नही हत्यारी भी है।

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों को पूरे 10 महा से अधिक का समय हो गया है। किसान आंदोलन को बदनाम करने और उसे खत्म करने के लिये मोदी सरकार और भाजपा के नेताओ ने तरह तरह के कुच्रक और षडयंत्र रचे कभी खालिस्तानी आतंकवादी राष्ट्र विरोधी तो कभी गुण्डा मवाली यहाँ तक की भेडिया तक की संज्ञया तक दे डाली, जब सभी षडयंत्र और कुचक्र विफल होगये तो किसानों और उनके नेताओं पर हमले कराने शुरू करा दिये, लखीमपुर खीरी घटना इस बात का प्रमाण है।

भारतीय जनता पार्टी ने अपना मान ईमान और जमीर उद्योगपति और कंपनियों के अधीन गिरवी रख दिया है। हर कीमत पर वो तीनों काले शोषणकारी कृषि कानूनों को लागू कराना चाहती है इसलिए भाजपा सरकार और भाजपा के लोग किसानों के खून बहाने और हत्या से भी गुरेज नही कर रही है।

लखीमपुर खीरी घटना में शामिल भाजपाईयों को बचाने के लिए सरकार और उसके दल्ले किसानों की लाशों का सौदा कर रहें है। उत्तर प्रदेश सरकार को जिन किसान संगठनों और उनके नेताओं से डर था उन्हे लखीमपुर खीरी तक नही पहुँचने दिया जा रहा है।

जिस आंदोलन के नाम जिन किसानों ने जान गवाई है उनका बलिदान बेकार नही जाने दिया जायेगा वो आंदोलन जारी रहेगा।

लखीमपुर खीरी से उठी किसान आंदोलन की चिंगारी को आग बनने से पहले ही दबाने का काम कुछ किसान नेताओं ने योगी सरकार से मिलकर किया है। किसान अब यह बात भलीभांति समझ रहा है। वे किसान नेता और उनका संगठन जल्दी ही बेनक़ाब होगा एक तरफ किसानों के साथ मिलकर विरोध और अंदरखाने सरकार की तरफदारी ज्यादा दिनो तक यह खेल नही चलने बाला है।

उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन को कमज़ोर करने की साज़िश सरकार से मिलकर कुछ तथाकथित किसान नेता रच रहे है और खुद को बड़ा और आंदोलन में अपनी अहम भूमिका साबित करना चाहते है।

भारतीय किसान यूनियन स्वराज का गठन ही आंदोलन के गर्भ से हुआ है और भारतीय किसान यूनियन स्वराज और उसका एक-एक पदाधिकारी और कार्यकर्ता किसान हित के लिए संकल्पित है।

पंचायत को प्रदेश प्रभारी/ जिलाध्यक्ष आशीष पाण्डेय, राष्ट्रीय महासचिव आयेनद्रसिंह, संगठन मंत्री श्री पाल वैद्य जी सहित अन्य पदाधिकारी ने भी संबोधित किया

राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र भारद्वाज, प्रदेश सचिव जगत प्रसाद , रिंकू बघेल, गौतम सिंह, अमर राजपूत, मेघ सिंह कश्यप, राधे लाल कश्यप, अजयवीर सिंह, जयनंदन सिंह, सतिंदर सिंह, सत्यप्रकाश देवराज, सह संदीप पांडे, आशीष मिश्रा, राजपाल, सहित अन्य पदाधिकारी पंचायत में उपस्थित रहे

Next Story