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विभागीय लापरवाही से टूटी विद्युत तार से जले 80 बीघे खेत की फसल
कौशाम्बी बिधुत लाइट की तार टूट कर खेत की फसल में गिर जाने से 80 बीघा से अधिक गेहू की फसल जल कर खाक हो गयी. गुरुवार की दोपहर को अचानक किसानों के खेत की फसलों में विद्युत तार टूट कर गिर गई जिससे निकली चिंगारी से किसानों की खेत की फसलें तेज लपटों के साथ जलने लगी. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास के कई किसानों के खेतों की फसल को अपने आगोश में ले लिया.
खेतों की फसलों में आग लग जाने की जानकारी मिलने के बाद कई गांव के हजारों किसान घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए. मामले की सूचना थाना तहसील और अग्निशमन दल को दिया गया सभी की कड़ी मेहनत के बाद विकराल आग पर काबू पाया जा सका है. तब तक 80 बीघे से अधिक खेत की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई है इस अग्निकांड की घटना में पचास लाख रुपए से अधिक का नुकसान किसानों का बताया जा रहा है. अग्निकांड की घटना ने कई परिवारों के किसानों को भूखों मरने पर मजबूर कर दिया है.
घटना के पीछे विद्युत विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही उजागर हुई है चंद्र कमीशन के लालच में भ्रष्टाचारी विद्युत अधिकारियों ने विद्युत तारों को घटिया क्वालिटी का खंभों पर लगाया था बार-बार ग्रामीणों ने विद्युत तार ढीले को ठीक करने की मांग की लेकिन विभागीय अधिकारी नहीं चेते और लापरवाह बने रहे. जिससे विद्युत तारे टूट कर फसलें पड़ गिर गई है कमीशन खोर यह विद्युत अधिकारी किसानों की बर्बादी के जिम्मेदार हैं यदि बिधुत तार टूट कर गिरने से किसानों के खेत की फसलें जल रही है तो घटना के बाद इन विद्युत अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाए तो फिर भी किसानों की नुकसान की भरपाई नहीं होगी.
लेकिन किसानों के नुकसान पर विद्युत अधिकारियों को शासन-प्रशासन बार-बार बचाते हैं और इन विद्युत अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर इनके निलंबन गिरफ्तारी की कार्रवाई नहीं होती है जिससे विद्युत अधिकारी ढीली तारों को सुधार करने के प्रति सचेत नहीं है जो हादसे का कारण बन रहा है इस अग्निकांड की घटना में विद्युत विभाग चायल के अधिषासी अभियन्ता अवर अभियंता जूनियर इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी निलंबन की मांग किसानों ने की है.
चायल तहसील क्षेत्र के पंसौर व जुगवा गांव के बीच में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण लगी आग से गरीबों की खेती नष्ट हो गई है ग्रामीणों ने जब देखा कि बिजली की तार टूट कर गिर गई और खेत में आग लग गई है जिसमे सौकड़ों बीघा खेती जलकर नष्ट हो गई हैं सूचना मिलते ही चायल तहसील दार और चरवा पुलिस भी मौके पर पहुच गयी हैं किसानों के खेत की फसल जल जाने के बाद ग्रामीणों में जबरजस्त आक्रोश ब्याप्त है चायल तहसीलदार कुछ भी बोलने से इनकार कर दिए हैं वही ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग के इंजीनियर और कर्मचारियों की लापरवाही बरतने के कारण गरीबो की खेती की फसल जल कर खाक हो गई हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि हमने कई बार बिधुत बिभाग और आलाधिकारियों से इसकी शिकायत किया था लेकिन कोई भी आलाधिकारी देखने भी नही आये हैं गुरुवार दोपहर समय करीब 12 बजे लाइट की तार टूट जाने के कारण किसानों की खड़ी फसल में आग लगी हैं लगभग पाँच हजार लोग मौके पर पहुँच कर आग को काबू कर पाए हैं विद्युत विभाग एक लवर की तार लगा कर 11 हजार की लाइट की सप्लाई करते हैं जहाँ पर आग लगी हैं वहां एक भी बिधुत खम्भा तार सही नहीं है अभी और तार टूट कर गिरने के कगार में है 11 हजार की तार जमीन से ज्यादा ऊंची नही है जमीन से 6 फुट ऊंचाई पर विद्युत तार झूल रही है जब उधर से कोई किसान मजदूर व्यक्ति खेत की तरफ जाते हैं तो अपने जान को हाथ में रख कर तब खेत की तरफ किसान जाते हैं दोस्ती विद्युत अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग किसानों ने की है .