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- फ्री का वेतन ले रहा...
फ्री का वेतन ले रहा सफाई कर्मी प्राइवेट ब्यक्ति कर रहा सफाई
कौशाम्बी चायल बिकास खण्ड के बलीपुर टाटा गांव में भीषण गन्दगी व्याप्त है सरकार ने गांव में सफाई कर्मी की तैनाती की है लेकिन सफाई कर्मी सरकारी वेतन लेने के बाद प्रतिदिन देशी शराब के ठेका पर पहुंचकर सुबह-सुबह शराब पीकर नशे में धुत हो जाता है और घूम घूम कर पूरे गांव के ग्रामीणों से गाली गलौज अभद्रता करता है सरकार से वेतन लेने के बाद सफाई कर्मी ने किसी भी दिन बलीपुर टाटा गांव में सफाई नहीं की है लेकिन उसके बाद भी एडीओ पंचायत चायल द्वारा सफाई कर्मी की फर्जी उपस्थिति दर्ज करके उसको प्रत्येक महीने वेतन दिलाया जा रहा है जिससे एडीओ पंचायत चायल की भी भूमिका सवालों के घेरे में है सूत्रों की माने तो कुछ रुपयों के लालच में एडीओ पंचायत सफाई कर्मी का फर्जी वेतन दिलवा रहे हैं
एक प्राइवेट ब्यक्ति गांव की सफाई कर रहा है बताया जाता है कि महीने में 4 दिन गांव की सफाई करने के लिए प्राइवेट व्यक्ति गांव पहुंचता है जिसे महीने में 2 हजार रुपए मजदूरी के नाम पर दे दिया जाता है अब सवाल उठता है कि सरकार ने जिसकी तैनाती की है यदि उसे काम नहीं करना है तो अधिकारियों ने अभी तक उसको बर्खास्त क्यों नहीं किया है बिना ड्यूटी सफाई कर्मी की हाजिरी भरने वाले एडीओ पंचायत पर क्यों नहीं कार्यवाही की गई है यह तमाम सवाल खंड विकास अधिकारी चायल के मनसा पर खड़े हो रहे हैं मामले में ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बिना ड्यूटी वेतन लेने वाले सफाई कर्मी को बर्खास्त करने और विना ड्यूटी हाजिरी भरने वाले एडीओ पंचायत चायल को निलंबित करने की मांग की है
बलीपुर टाटा गांव में सफाई व्यवस्था चौपट होने से पूरे गांव में गंदगी ब्याप्त है नालियां बज बजा रही है जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं सफाई कर्मी 24 घंटे नशे में चूर रहता है सफाई कर्मी ग्राम पंचायत में आने से पहले ग्राम पंचायत बलीपुर टाटा चौराहे पर देशी शराब के ठेका पर जाकर शराब पीकर गांव में नशे में धुत टहल टहल कर घूमता है और ग्रामीणों से गाली गलौज अभद्रता भी करता है बीते कई वर्षों से सफाई कर्मी को एडीओ पंचायत की मेहरबानी पर मुफ्त का वेतन मिल रहा है मुफ्त का वेतन मिलने वाले सफाई कर्मी और एडीओ पंचायत के कारनामे पर जांच हुई तो दोनों पर गाज गिरना तय है।