उत्तर प्रदेश

यूपी में रहस्यमयी बुखार का कहर, अब तक कईयों की मौत...।

Shiv Kumar Mishra
26 Oct 2020 10:44 PM IST
यूपी में रहस्यमयी बुखार का कहर, अब तक कईयों की मौत...।
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समाधान के बजाए बातों के बतंगड़ में जुटा स्वास्थ्य विभाग।

अंजनी कुमार पांडेय

कौशाम्बी ब्यूरो। सरकार के लाख दावों की पोल खोलने के लिये कड़ा का सरकारी अस्पताल ही काफी है। इलाके में रहस्यमयी बुखार से मरने वालों की संख्या दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे होती जा रही है। एक के बाद दूसरी दूसरी के बाद तीसरी, तीसरी के बाद चौथी मौत। ये मौत का का आंकड़ा यहीं तक सीमित नही बल्कि ये आंकड़ा कई गुना हो गया है। मौत की दस्तक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसा भी नही है कि लोग इसकी गुहार प्रसाशन से न लगाई हो लेकिन वही रटा-रटाया शब्द और फिर आम आदमी की मौत से मुलाकात। इतना सब होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ रखकर पंगू बना तमाशा देखने पर आमादा है।

मालूम हो कड़ा विकास खंड के कई गांवों में रहस्यमयी बुखार से लोग दहशत में है। बताया जा रहा है पहले तो लोगों को बुखार आता है फिर प्लेट्स डाउन होती है और फिर धीरे-धीरे मौत के आगोश में समा जाता है। धीरे धीरे मौत का शिलशिला बढ़ता ही जा रहा है। अभी कुछ दिन पूर्व ही थुलबुला के पूर्व प्रधान के लड़के की मौत बुखार से हुई तो वहीं देबीगंज के प्रधान रमेश साहू के भाई नरेश की मौत बुखार से हुई, पूर्व प्रधान सौरई के नियाज के 30 वर्षीय लड़के की मौत बुखार से ही हुई।वहीं दारानगर के जिलानी के पत्नी व सतेंद्र पांडेय की 26 वर्षीया पत्नी की मौत बुखार से हुई ये तो सिर्फ बानगी ऐसे ही एक दर्जन मौत बुखार से हुई है। वही महज दो दिन में विजयीपुर सैनी के निवासी सुंदर सोनकर व संजय की मौत रहस्यमयी बुखार से हो गई। लगातार आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है लेकिन प्रसाशनिक अमला अपने ही रंग में रंगा है।

हालांकि कुछ प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच कराने पर डेंगू की बात कर रहे हैं परंतु सरकारी अमला डेंगू का नाम आते ही हाथ खड़ाकर उन पर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात करता है। वहीं रहस्यमयी बुखार के कहर से लोगों में दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग के रवैये से लोगों में आक्रोश पनप रहा है।

कैसे हो इलाज जब निजी अस्पताल में हो प्रैक्टिस..

भले ही इलाके में लोग मौत के खौफ से परेशान हो या रहस्यमयी बुखार से पीड़ित हो लेकिन कड़ा सीएचसी के जिम्मेदार को टेडीमोड स्थित निजी चिकितसालय में प्रैक्टिस करते देखा जा सकता है। मोटी रकम के चक्कर मे लोग काल के गाल में समाते जा रहे है और जिम्मेदार प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कर रहे हैं।

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