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- मेहंदी वाले हाथों को...
संजय चाणक्य
कुशीनगर! वह माँ जिसने अपनी बेटी को डोली मे बिठाकर पिया के घर भेजने का सपना संजोय बैठी थी, वह बेटी जिसने अपने बाबुल के घर से पिया के घर डोली मे जाने की ख्वाब सजाये बैठी थी वह पिता जिसने अपनी लाडली को बहती अश्वधारा के साथ अपने गले से लगाकर सीने पर पत्थर रखकर " जा बेटी अपने घर जा अब वही तुम्हारा घर है " कहकर अपने कलेजे के टुकडे को शुभघडी मे विदा करने का पलके बिठाए बैठे था, वह भाई जो अपनी बहन को डोली मे बैठकर खुशी खुशी पिया के घर जाते हुए सुनहरे पल का साक्षी बनना चाहता था।
वह सारे ख्वाब, सारे सपने कुदरत की थोडी सी बेरुखी के कारण चकनाचूर हो गया। सारी ख्वाहिशें तिनके की तरह बिखर गयी। मानो घर की खुशियों पर किसी की नजर लग गई हो। घर मे मांगलिक गीतो की झंकार एकाएक मनहूसियत की चीख पुकार मे बदल गयी। बेटी की मंडप चिता मे तब्दील हो गयी और डोली की जगह अर्थी उठता देख पत्थर दिल इंसान भी सिसकने से खुद को रोक नही पाया। शायद इसी को कहते है होनी को कौन टाल सकता है।
दिल दहला देने वाली यह घटना जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के कठनईया खुचा टोला की है, जहा एक दिन पहले बेटी की शादी को लेकर पुरा गांव उत्साहित और खुश था। लेकिन पल मे ही पूरे गांव की खुशियां मातम मे बदल गयी। वजह जिस बेटी की शादी थी उसकी ही मौत हो गयी। हुआ यह कि श्रीनारायण की लाडली माया का विवाह खड्डा थाना क्षेत्र के धनौजी आबादकारी गांव के निवासी उदयभान के पुत्र ओमप्रकाश कुशवाहा से 29 नवंबर यानी रविवार को होना तय था। 26 नवंबर को माया के घरवालों ने ओमप्रकाश के साथ तिलक के रस्म अदायगी बडी धूमधाम से की थी।
इसी दिन दुल्हन माया अपने भाई के साथ बाइक से शादी का कुछ सामान खरीदने पकडियार बाजार की तरफ जा रही थी कि रास्ते मे ब्रेकर पार करते समय माया बाइक से नीचे गिरकर जख्मी हो गई। परिवारीजनों ने निजी अस्पताल में उसका इलाज कराया। इसके बाद वह ठीक होकर घर आ गई। शनिवार की रात लड़के और लड़की के यहां हल्दी की रस्म भी निभाई गई। इसके बाद शादी में शामिल होने आए मेहमान खाना खाकर सो गये। रविवार की भोर करीब चार बजे अचानक माया की तबीयत बिगड़ गई घरवाले कुछ समझ पाते इससे पहले ही माया मौत के आगोश मे चली गयी। घर की खुशियां पलभर मे मातम मे बदल गयी और घर में कोहराम मच गया।
उधर, धनौजी में दूल्हा ओमप्रकाश का परिवार शाम को दुल्हन के यहां बारात ले जाने की तैयारी में जुटा था। इसके लिए दूल्हे का वाहन भी सजाया जा चुका था। लेकिन ससुराल से दुल्हन की मौत की खबर जब मोबाइल पर मिली दूल्हा अचेत होकर गिर पड़ा। दूल्हे के घरवाले दुल्हन की विदाई कराने की बजाए अब उसके अन्तिम संस्कार में शामिल होने के लिए घर से रवाना हुए। इस घटना के बाद दोनों शादी वाले घरों में मातम पसरा हुआ है। बताया जा रहा है कि मृतका माया चार बहनों में सबसे बड़ी थी।