लखीमपुर खीरी

BSA का अजीबोगरीब फरमान जारी, अब बच्चों को पढ़ाना छोड़ कांवड़ियों के पैर दबाएंगे शिक्षक

Shiv Kumar Mishra
19 July 2022 6:30 AM GMT
BSA का अजीबोगरीब फरमान जारी, अब बच्चों को पढ़ाना छोड़ कांवड़ियों के पैर दबाएंगे शिक्षक
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यूपी के लखीमपुर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, लखीमपुर खीरी जिले के खंड शिक्षा अधिकारी ने प्राइमरी शिक्षकों के लिए एक अजीबो गरीब फरमान जारी कर दिया है. अब जिले में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पढ़ाने का काम छोड़कर, कांवड़ियों के पैर दबाने और उनकी सेवा करने का काम करेंगे.

हालांकि, लखीमपुर जिले के खंड शिक्षा अधिकारी ने यह फरमान सप्ताह में केवल सोमवार के दिन ही लागू करने के आदेश दिए हैं, लेकिन इस फरमान से ऐसा लगता है कि कांवड़ियों से ज्यादा बीएसए भक्ति में लीन है. खंड शिक्षा अधिकारी का यह फरमान जिले के तमाम सरकारी शिक्षकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है और इसके अनुपालन की तैयारियों में भी कई शिक्षक जुट गए थे.

हालांकि, इसे लेकर विवाद ने जब तूल पकड़ा तो बीएसए ने सफाई देते हुए कहा कि यह फरमान शिक्षकों पर जबरन नहीं थोपा जा रहा. जिस शिक्षक की ऐसी इच्छा हो कि वह कांवड़ियों की सेवा करना चाहता है तो वह सोमवार के दिन उनके पैर दबाकर उनकी सेवा कर सकता है. बीएसए के फरमान के मुताबिक सोमवार के दिन जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होगी.

बहरहाल, एक तरफ जहां प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी की बात कही जाती है वहीं शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी प्रदेश की शिक्षा तंत्र का मजाक बना रहे हैं. लखीमपुर खीरी से सामने आई यह खबर निश्चित रूप से शिक्षा विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है. आखिर कोई शिक्षक छात्रों के भविष्य के साथ ऐसी लापरवाही कैसे कर सकता है?

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