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Lucknow: अनुदेशकों के ऐतिहासिक धरने का हुआ आगाज, भारी भीड़ एकत्र कर अनुदेशकों ने दिखाई एकजुटता
अनुदेशको के अनिश्चितकालीन धरने का आगाज हो गया। 27 दिसंबर को लखनऊ के इको गार्डन में 12 हजार से भी अधिक अनुदेशकों ने अपने हक की मांग के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
बसों में भर भरकर आए अनुदेशक
अनुदेशकों के उत्साह का आलम यह था कि, दूर दराज के जिलों से अनुदेशक बसों में भर भरकर आए। फिर चाहे वह मथुरा हो या बंदा, या फिर चित्रकूट हो या गाजियाबाद। हर जिलों से अनुदेशकों की भारी भीड़ जुट रही थी। मानों अनुदेशक अपना हक सरकार से लेकर ही रहेंगे।
जब तक मांग नहीं मानी जायेगी, तब तक होगा धरना
अनुदेशकों ने कहा कि, जब तक सरकार हमारी सभी मांगों को नहीं मान लेती है, तब तक इसी तरह अनिश्चितकालीन धरना चलेगा। हमारी प्रमुख मांगों में यह है कि, हमको नियमित कर दिया जाए और एक स्थाई शिक्षक की तरह हमको भी वही सुविधा दी जाए जो उन्हें मिलती है।
मैग्सेस अवार्ड विजेता डॉ.संदीप पाण्डेय का मिला समर्थन
अनुदेशकों के इस ऐतिहासिक धरने को मैग्सेस अवार्ड विजेता समाजसेवी डॉ.संदीप पाण्डेय का भी समर्थन मिला। उन्होंने भी अनुदेशकों को संबोधित किया और सरकार से मांग की, बिना देरी किए सरकार को इन कर्मठी अनुदेशकों को नियमित करना चाहिए।
पूर्वांचल के गांधी डॉ.संपूर्णानंद मल्ल हुए अरेस्ट
अनुदेशकों के इस ऐतिहासिक धरने को अपना समर्थन देने जा रहे पूर्वांचल के गांधी के नाम से प्रसिद्ध प्रोफेसर डॉ.संपूर्णानंद मल्ल को बाराबंकी से ही अरेस्ट कर लिया गया और उनको धरने में जाने से रोक दिया गया।