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आर्टिकल 370 पर चर्चा के दौरान क्यों सुनाई अखिलेश यादव ने 'बैंगन कथा'?
लोकसभा जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा के दौरान एसपी चीफ अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने आरोप लगाया कि कश्मीर के गवर्नर ने वही फैसला लिया जो ऊपर से आदेश दिया गया था। उन्होंने कहा कि ये फैसला ऊपर से नीचे गया है। अखिलेश ने अपने बात को साबित करने के लिए 'बैंगन कथा' भी सुनाई।
अखिलेश ने सुनाई बैंगन कथा
लोकसभा में काफी आक्रामक नजर आ रहे अखिलेश ने कहा कि दो दिन पहले कश्मीर के गवर्नर कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि क्या होने जा रहा है और 48 घंटे के बाद क्या हुआ ये पूरा देश जानता है। उन्होंने कहा कि बादशाह एक बार बैठे थे उनके पास दावत हो रही थी। बादशाह ने केवल इतना कह दिया कि देखों बैंगन की सब्जी कितनी अच्छी बनी है। सबने सब्जी की तारीफों के पुल बांधे कि बैंगन ऐसा कभी बन ही नहीं सकता। सब मंत्रियों ने भी कहा क्या बैंगन बना है। बादशाह ने कहा कि उनका सबसे अच्छा सलाहकार है बीरबल उन्होंने बीरबल से पूछा कि कैसा बना है बैंगन तो उन्होंने कहा कि इससे अच्छी सब्जी तो बन ही नहीं सकती है। ये तो सबसे अच्छी सब्जी है क्योंकि इस सब्जी के ऊपर ताज है, इसलिए ये सब्जियों का राजा है। और अगले दिन हुआ क्या कि वो बादशाह बीमार हो गए। बीरबल को बुलाया गया तो उन्होंने देखा कि बादशाह बीमार है और उनके आसपास मंत्री बैठे हुए हैं। सब हकीम बैठे हुए थे। उन्होंने बीरबल से पूछा ये बताओ कि तुम कल कह रहे थे कि सब्जी अच्छी है और आज आते ही बुराई करने लगे, आखिर क्यों बुराई कर रहे हो। तब बीरबल ने झुककर कहा, बादशाह मैं कोई बैंगन की नौकरी नहीं कर रहा हूं, मैं बादशाह की नौकरी कर रहा हूं, अगर बादशाह को अच्छा लगेगा तो मैं अच्छा कहूंगा, बादशाह को खराब लगेगा तो मैं खराब कहूंगा। तो माननीय गर्वनर साहब ने वही फैसला लिया जो आप चाहते थे।
अखिलेश बोले-अपने 11 साल क्यों नहीं गिनते
अखिलेश यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि आप कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, 11 साल आप अपने क्यों नहीं गिनते हैं। आपने देश के 20 करोड़ लोगों के लिए ही काम किया है। 110 करोड़ लोगों के लिए काम नहीं किया है। उन्होंने पूछा, 'पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) किसका हिस्सा है, ये सरकार बताए। विधानसभा में 24 सीटें खाली क्यों हैं। गृह मंत्री भरोसा दिलाएं कि पीओके हमारा है।'