लखनऊ

मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव ने दी भैया अखिलेश यादव को सलाह!

Special Coverage News
28 Jun 2019 2:16 PM GMT
मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव ने दी भैया अखिलेश यादव को सलाह!
x

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक नेक सलाह देते हुए कहा है कि अभी भी समय है आप इसके बारे में सोच विचार कर लो.

अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सलाह देते हुए कहा है कि हमारी पार्टी में यह अब समय की जरूरत है, जिसमें मध्यम, युवा और वृद्धावस्था सहित पुराने कैडर से जुड़े लोग जो पार्टी से किसी कारण से परेशान हैं, उन्हें वापस बुलाया जाना चाहिए. पार्टी के ढांचे को फिर से खड़ा किया जाना चाहिए. अखिलेश भैया को इसके बारे में सोचना चाहिए. जिससे समाजवादी पार्टी का कैडर फिर से तैयार होकर अपनी पुरानी भूमिका में लौट आवे.

अपर्णा यादव ने अभी बीते दिन पहले 'हमने मायावती को सम्मान देने में कोई कमी नहीं रखी, लेकिन उन्होंने हमारे सम्मान की लाज नहीं रखी. वो समाजवादी पार्टी के सम्मान को पचा नहीं पाई हैं. वेदों में लिखा है कि जो सम्मान नहीं पचा पाता, वो अपमान भी नहीं पचा पाता.' आजतक से बातचीत में अपर्णा यादव ने कहा, 'मायावती से गठबंधन करने का फैसला पूरी तरह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का था.'

अखिलेश यादव के फैसले से थोड़ी नाराजगी जताते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि 'उन्होंने (अखिलेश यादव) इस गठबंधन का फैसला किससे सलाह लेकर किया था, यह वही बता सकते हैं. हालांकि मुलायम सिंह यादव बसपा से गठबंधन के फैसले से खुश थे या नहीं, इस पर मैं कुछ नहीं बोलना चाहती हूं.'

समाजवादियों को एकजुट होने की सलाह देते हुए अपर्णा ने कहा, 'अभी समाजवादी पार्टी के लिए बहुत बड़ी चुनौती है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी की सीटें बेहद कम आई हैं. अब समाजवादियों को एकजुट होना ही होगा. साथ ही पार्टी अपनी हार को लेकर चिंतन और मंथन करे.'

अपर्णा ने कहा, 'मैं चाहती हूं कि समाजवादी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को एक साथ आना चाहिए और वैचारिक मंथन करना चाहिए कि क्या वजह रही कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा. इस पर बहुत जरूरी और बहुत जल्द निर्णय होना चाहिए. अभी बीजेपी की प्रचंड लहर है और लोग बीजेपी को पसंद कर रहे हैं, तो यह समाजवादी पार्टी के लिए खतरे की घंटी है.'


Tags
Special Coverage News

Special Coverage News

    Next Story