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अजीत सिंह को दिया बीजेपी ने बड़ा झटका, यूपी में पार्टी का प्रतिनिधत्व समाप्त
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल अब विधायक विहीन पार्टी हो गई है। लोकसभा और राज्यसभा से पहले ही नदारद हो चुकी थी। इतिहास में पहली बार अजीत सिंह की पार्टी बिना एमएलए, एमएलसी, एमपी की पार्टी है।
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद पार्टी के बाहर हुए सहेंद्र सिंह रमाला आज भारतीय जनता पार्टी के हो गए। बागपत के छपरौली से विधायक सहेंद्र सिंह रमाला ने आज अपने एक दर्जन समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इनको लखनऊ में भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। इसी के साथ 16वीं विधानसभा में राष्ट्रीय लोकदल का प्रतिनिधित्व खत्म हो गया।
छपरौली विधानसभा से आरएलडी विधायक सहेंद्र सिंह रमाला को आरएलडी से निकाल दिया गया था। पार्टी विरोधी गतिविधयों के चलते पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने सहेंद्र रमाला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। आरोप है कि सहेंद्र रमाला ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी द्वारा दिए गए निर्देशों के विरोध में वोटिंग की थी। क्रॉस वोटिंग करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सहेंद्र रमाला को आरएलडी से निकाला गया। सहेंद्र रमाला आरएलडी के इकलौते विधायक थे।