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- यूपी में ब्राह्मणों की...
यूपी में ब्राह्मणों की नाराजगी से परेशान है बीजेपी ?
उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की बढती नाराजगी से बीजेपी में खलबली मची हुई है. इस खलबली से यूपी बीजेपी का संगठन ही नहीं केंद्रीय संगठन भी परेशान है. इसके चलते अब बीजेपी ने प्रदेश के ब्राह्मण विधायकों से फीड बैक लेना शुरू किया है. जबकि अब तक सभी विधायक या मंत्री से किसी के बारे में कोई बात नहीं की जा रही थी.
इसके मुताबिक यूपी बीजेपी अध्यक्ष के निर्देश पर बीजेपी के 55 विधायकों को फोन करके संगठन ने ब्राह्मण विधायकों से फीड बैक लिया.विकास दुबे कांड के बाद जातीय राजनीति तेज हो गई. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट हाई कमान को भेजी जाएगी.
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद ब्राह्मणों की हत्या की गुत्थी लगातार उलझती चली जा रही है.अ बी अगर बीते मई जून जुलाई की बात करें तो एटा,बाराबंकी,प्रयागराज , फिर बाराबंकी और बिजनौर समेत कई जिलों के लगातार ब्राह्मणों की हत्या हो रही है जिसके बारे में कोई सख्त कदम सरकार ने नहीं उठाया. सरकार बनते ही रायबरेली में सरेआम पांच ब्राह्मण जलाकर मार दिए गये जिसमें भी सरकार की और से कोई कड़ा संदेश नहीं दिया गया.
इन बातों से नाराज ब्राह्मणों में अभी विकास दुबे एनकाउन्टर ने आग में घी का काम कर दिया है. हालांकि ब्राह्मणों का कहना है कि अपराधी का कोई जाति धर्म नहीं होता है लेकिन सरकार की भावना तो बदले की भावना नहीं होनी चाहिए. जब कोई व्यक्ति आपके सामने आत्म समर्पण कर दे फिर किस तरह का मामला है. दुसरे उसके साथी प्रभात मिश्र के एनकाउंटर से समाज में रोष जरुर फैला है. जब यह बात सामने आई कि उसके खिलाफ कोई केस नहीं है.
अब देखना यह है कि यह नाराजगी ब्राह्मण कब तक बरकारार रख पायेंगे यह तो आने वाला वक्त बतायेगा. लेकिन फिलहाल बीजेपी में इस खबर से खलबली मची हुई है. ब्राह्मण का वोट पिछले दो चुनाव से बीजेपी के साथशत प्रतिशत जुडा हुआ है. जो जीत में एक बड़ा फैक्टर है. बात अगर ब्राह्मण वोट बेंक की करें तो सामान्य श्रेणी में सबसे ज्यादा एक मुश्त वोट है. तो बैचेनी तो बढना निश्चित ही है.