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'विश्वसनीयता' वाले बयान पर मायावती ने किया पलटवार, 'अखिलेश यादव को दी अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत'
लखनऊ : बसपा सुप्रीमों और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला है. अखिलेश यादव द्वारा विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने पर मायावती ने 'अखिलेश को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत' दी है.
मायावती ने कहा, अपनी व अपनी सरकार की ख़ासकर दलित-विरोधी रही आदतों, नीतियों एवं कार्यशैली आदि से मजबूर सपा प्रमुख द्वारा बीएसपी पर अनर्गल तंज़ कसने सेे पहले उन्हें अपने गिरेबान में भी झांँककर जरूर देख लेना चाहिए कि उनका दामन भाजपा को बढ़ाने व उनसे मेलजोल के मामले में कितना दाग़दार है। साथ ही, तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आर्शीवाद दिए जाने को कौन भुला सकता है। और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। ऐसे में सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लडे़ तो यह उचित होगा।
मायावती का इशारा दिवंगत मुलायम सिंह यादव द्वारा संसद में पीएम मोदी को दूसरे कार्यकाल के लिए आशीर्वाद देने की ओर था।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, अखिलेश यादव कल बलिया दौरे पर थे. यहां पत्रकारों ने जब उनसे इंडिया ब्लॉक में मायावती और बसपा को शामिल करने के बारे में सवाल किया तो उन्होंने तंज भरे लहजे में पूछा, 'उसके बाद का (2024 लोकसभा चुनाव) भरोसा आप दिलाओगे. बात भरोसे का है. अगर वह आती हैं तो आप में से कौन भरोसा दिलाएगा?'
2. साथ ही, तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आर्शीवाद दिए जाने को कौन भुला सकता है। और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। ऐसे में सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लडे़ तो यह उचित होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 7, 2024