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लखनऊ की बेटी ने कनाडा में किया नाम रोशन, बढ़ाया देश का मान सुनाइ 80 स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी
कनाडा के शहर टोरंटो में पहली बार मिलेट मेला' और 'स्वराज -स्वतंत्रता की गाथा' का आयोजन किया गया. इस आयोजन में 2 साल से लेकर 65 साल तक के प्रतिभागियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को प्रस्तुत किया.
जिसका निर्माण और निर्देशन लखनऊ की सौम्या मिश्रा ने किया था. इसमें 80 स्वतंत्रता सेनानियों का चित्रांकन किया गया था.
कनाडा के टोरंटो शहर में पहली बार मिलेट मेले और स्वतंत्रता की गाथा का एक आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में भारत के 28 राज्यों और 2 केंद्रीय शासित प्रदेशों की 40 प्रकार के मिलन से बने पारंपरिक व्यंजन शामिल थे. इस दौरान 2 साल से लेकर 65 साल तक के प्रतिभागियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम एक गाथा को भी प्रस्तुत किया जिसका निर्माण निर्देशन सौम्या मिश्रा ने किया जो लखनऊ की निवासी है.
'मिलेट मेले' में करीब 500 से ज़्यादा आमंत्रित अतिथियों ने खाने-पीने की चीजों का आनंद लिया.सभी लोग मिलेट से बने व्यंजन और विभिन्न राज्यों की इतनी सारी डिशेज देख और खाकर बहुत खुश हुए. इसके बाद सभी ने एक अनोखा फैशन शो भी रखा.
इसके बाद स्वतंत्रता संग्राम एक गाथा भी प्रस्तुत किया गया जिसे देखकर लोग काफी भाव विभोर हो गए। पूरा हॉल भारत माता की जय और वंदे मातरम से गूंज उठा।
इस दौरान लखनऊ की सौम्या मिश्रा ने बताया कि इस नाटकीय कथा के संपादन में लगभग 3 साल का समय लगा। इसमें 80 स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख किया गया है और अधिकतर इनमें स्वतंत्रता संग्राम के हीरो शामिल थे जिनके बारे में लोगों ने कभी सुना भी नहीं था और वह इतिहास के पन्नों में कहीं दब कर रह गए।इसके बाद 'मिलेट रेसपी बुक' का डिजिटल इनॉग्रेशन हुआ।इस बुक में होम कुक्स की 34 व्यंजन विधियां शामिल है जिन्हें चार श्रेणियों में बांटा गया है।
लखनऊ की सौम्या मिश्रा ने बताया कि कनाडा में बसे प्रवासी भारतीयों का भी इसमें सहयोग है। उन्होंने अपनी मेहनत से भारत की संस्कृति और सभ्यता से जुड़े होने का संबंध यहां बताया है।
सौम्या का कहना है कि हर कोई यहां किसी ना किसी रूप में भारत से जुड़ा हुआ है और यह आगे आने वाली पीढ़ी को धरोहर के रूप में प्रदान करना चाहते हैं।आपको बता दें इस मिलेट मेले का आयोजन कनाडा के टोरंटो शहर में किया गया था।
जहां काफी भारतीय प्रवासी रहते हैं।उन सब ने भी इसमें सहयोग दिया जिसकी वजह से यह आयोजन काफी बड़े स्तर पर पहुंच सका। वही स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकर सभी काफी खुश हुए। इनमें से कुछ तो ऐसे थे जिनके बारे में कोई जानता ही नहीं था।