लखनऊ

भ्रष्टाचार के खिलाफ CM योगी की बड़ी कार्रवाई, सिंचाई विभाग में फर्जी नियुक्ति में रिटायर्ड इंजीनियर, कर्मचारियों पर गिरी गाज

Arun Mishra
12 Oct 2020 3:32 PM GMT
भ्रष्टाचार के खिलाफ CM योगी की बड़ी कार्रवाई, सिंचाई विभाग में फर्जी नियुक्ति में रिटायर्ड इंजीनियर, कर्मचारियों पर गिरी गाज
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आरोपित फर्जी सींच पर्यवेक्षकों और तीन अन्य विभागीय कार्मिकों के ख़िलाफ़ भी मुकदमा चलेगा?

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2011 में सिंचाई खंड प्रतापगढ़ में फर्जी ढंग से नौ सींच पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, प्रशिक्षण और सैलरी देने के दोषी तत्कालीन अधिशासी अभियंता कोमल त्रिपाठी, सिंचाई खंड प्रतापगढ़ के खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश दिया है.

पद नहीं था फिर भी हुई थीं नियुक्तियां

आरोपित फर्जी सींच पर्यवेक्षकों और तीन अन्य विभागीय कार्मिकों के ख़िलाफ़ भी मुकदमा चलेगा. साल 2011 में ये सभी फर्जी नियुक्ति हुई थीं. जानकारी के मुताबिक विभाग में पद नहीं था फिर भी नियुक्ति की गईं, प्रशिक्षण हुआ, वेतन दिया गया. मामला संज्ञान में आने पर एफआईआर दर्ज कराई गई, साथ ही वेतन भुगतान भी रोक दिया गया.

विजिलेंस जांच में सामने आई अनियमितताएं

नौ में से आठ सींच पर्यवेक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की. जिसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने Vigilance establishment से खुली जांच कराने का आदेश दिया. विजिलेंस जांच में अनियमितता की पुष्टि हुई. साथ ही, नियुक्ति को तत्काल रद करने की सिफारिश भी की गई. जांच में तत्कालीन अधिशासी अभियंता कोमल त्रिपाठी व एक अधीक्षण अभियंता (अब दिवंगत) के साथ-साथ तीन विभागीय कार्मिकों को फर्जीवाड़े का दोषी पाया गया. अब सभी के विरुद्ध अभियोजन चलाया जाएगा।

इन कर्मियों के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया

रवींद्र बहादुर सिंह, वरिष्ठ सहायक (से.नि) षोडशम मंडल, सिंचाई कार्य, प्रतापगढ़

- राम सहाय गौतम, कार्यालय अधीक्षक, कार्यालय अधिशाषी अभियंता, सिंचाई कार्य प्रतापगढ़

- शिवपूजन शर्मा कनिष्ठ सहायक, सिचाई खंड प्रतापगढ़

कमलेश कुमार, सुशील कुमार, विकास सिंह भदौरिया, राजीव कुमार दुबे, विपुल कुमार शुक्ला, रामपूजन शर्मा, रोहित सिंह, प्रमोद कुमार सिंह और जय प्रकाश

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