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यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गठित की सात कमेटियां, जितिन प्रसाद को नहीं मिली किसी में जगह
मिशन 2022 को देखते हुए कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 7 समितियों की घोषणा की है. सातों कमेटियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री और हाल ही में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल जितिन प्रसाद को किसी भी कमेटी में जगह नहीं दी गई. सातों कमेटियों में मेंबरशिप से लेकर पंचायत इलेक्शन और पार्टी विस्तार के लिए अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं.
सातों समितियों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सीएलपी लीडर इसके पदेन सदस्य होंगे. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के पहले कांग्रेस की स्थिति को सुधारने के लिए एक पत्र भी लिखा गया था. इस पत्र में जितिन प्रसाद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के भी दस्तखत थे. इसको लेकर वर्किंग कमेटी ने बैठक में भले ही कोई एतराज नहीं जताया लेकिन यूपी में कथित तौर पर पूर्व सांसद जफर अली और राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर के इशारे पर जितेन के खिलाफ लखीमपुर में विरोध प्रदर्शन जरूर हुआ था. जिला इकाई ने एक प्रस्ताव भी पास किया की उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए उन्होंने पार्टी की अनुशासन की सीमा तोड़ी है.
राज बब्बर के खिलाफ भले ही कोई प्रदर्शन नहीं हुआ था लेकिन माना जा रहा था कि दोनों के खिलाफ पार्टी की नाराजगी जारी रहेगी और उसी नाराजगी के चलते आज उनको सातों कमेटियों में से किसी भी कमेटी में शामिल नहीं किया गया है. इससे एक तरफ जहां जितिन प्रसाद के समाजवादी पार्टी से अच्छे रिश्ते होने की खबर चल रही थी उस पर मुहर लगती नजर आ रही है कि कांग्रेस की उच्च पदस्थ नेताओं को भी इस बारे की भनक लग चुकी है.