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- क्या आप जानते है यूपी...
क्या आप जानते है यूपी पुलिस को क्यों नहीं मिल रहा पूर्ण डीजीपी?
उत्तर प्रदेश में अब तीसरे कार्यवाहक डीजीपी के रूप में IPS विजय कुमार को जिम्मेदारी मिली है। अभी यूपी एक मार्च तक पूर्ण डीजीपी नहीं मिल सकता है इसमें कुछ तकनीकी पेच फंसा हुआ है। यूपी सरकार ने जब से पूर्ण डीजीपी रहे मुकुल गोयल को पद से हटाया है तब से यह संकट खड़ा हो गया है।
इस संकट के अनुसार आप किसी भी प्रदेश में कार्यरत डीजीपी और प्रमुख सचिव को उसके कार्यकाल मे हटाने का कारण यूपीएससी आयोग को बताएंगे, उन कारणों से अगर यूपीएससी आयोग संतुष्ट नहीं होगा तो आयोग आपसे सवाल लगातार करता रहेगा। क्योंकि जब से सुप्रीमकोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक आपको प्रदेश के शीर्ष तीन नाम यूपीएससी आयोग में भेजकर डीजीपी के नाम की संस्तुति करानी होगी। इस संदर्भ में आपको जब अगले अधिकारी की नियुक्ति करानी होगी तो पिछले का रिकार्ड भी दाखिल करना होगा। इसी के चलते यूपी में इस बार फिर से कार्यवाहक डीजीपी से काम चलाना पड़ेगा। क्योंकि मुकुल गोयल जो प्रदेश में सबसे सीनियर आईपीएस है उन्हे सरकार ने 2022 में पद से हटा दिया था जबकि उनकी सेवनिवृति में अभी भी समय बाकी था।
इस लिहाज से उनकी सेवनिवृति फरवरी 2024 में होगी और यूपीएससी आयोग में उनका चेपटर क्लोज हो जाएगा तभी प्रदेश को नया पूर्ण रूपेण डीजीपी मिलेगा। तब तक यूपी सरकार कार्यवाहक डीजीपी से काम चलाएगी।
क्योंकि किसी भी डीजीपी को हटाने के लिए ये तीन बाते पूरी हो तो आप हटा सकते है।
1-भ्रष्टाचार के आरोप
इसमें भी आप बरबली आरोप नहीं लगा सकते है। भ्रष्टाचार के आरोप लगे और जांच में सही पाए जाने के बाद ही आप उन्हे पद से हटा सकते है। एसा नहीं कि आपने जांच शुरू की और उन्हे हटा दिया तो यह कानूनन विपरीत होगा जिससे आप नए अधिकारी के संस्तुति नहीं करा पाएंगे और उस राज्य को नया पूर्णकालिक अधिकारी नहीं मिलेगा।
2-सरकार के कार्यों में रुचि ने लेना अवहेलना करना
इस काम के बारें में जब आप शिकायत करेंगे तो इसका भी प्रमाण देना होगा अगर प्रमाण सही होगा तो आपकी बात मानी जाएगी।
3- शारीरिक अक्षमता
इसमें तो अधिकारी की डॉ की रिपोर्ट काम करेगी तो इसमें सब कुछ दिखता भी है तो यह तो सर्व विदित मामला है कि कौन शारीरिक अक्षम है।
अब शायद यूपी के डीजीपी को हटाए जाने में यह बातें सटीक न बैठी हो इसलिए सरकार यूपीएससी आयोग नाम भेजने में दिक्कत महसूस कर रही हो और कार्यवाहक डीजीपी से काम चला रही हो। हा इतना जरूर है मुकुल गोयल तो हटे लेकिन उनके रहते प्रदेश सरकार नया पूर्ण कालिक डीजीपी नहीं नियुक्ति कर पाएगी।