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आम्रपाली केसः ED को मिली बड़ी कामयाबी, ऑडिटर अनिल मित्तल गिरफ्तार
लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल को गिरफ्तारी कर लिया है. फिर अनिल कुमार मित्तल को ED के विशेष जज ओझा के सामने पेश किया गया. इसके बाद कोर्ट ने आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के ऑडिटर को ED की कस्टडी में भेज दिया गया है.
बता दें कि आम्रपाली ग्रुप के ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल पर बैलेंस शीट बनाने में धोखाधड़ी करने का आरोप है. आरोप है कि ऑडिटर ने 2008 से 2015 के बीच आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज की बैलेंस शीट को गलत तरीके से तैयार किया था. बाद में आम्रपाली ग्रुप ने इसी बैलेंस शीट का हवाला देकर बैंक से कर्ज लिया. आम्रपाली ग्रुप पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत अपराध दर्ज है. अनिल कुमार मित्तल की प्रवर्तन निदेशालय में कस्टडी मंगलवार की शाम से शुरू हो गई है. अब ED अगले सात दिन तक अनिल कुमार मित्तल से पूछताछ करेगी.
इससे पहले 10 जून को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली मामले में होमबॉयर्स, बिल्डर्स और रियल स्टेट सेक्टर को बड़ी राहत दी. सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों से कहा है कि आम्रपाली होमबॉयर्स के लोन को रिस्ट्रक्चर किया जाए और लोन की बकाया राशि को बैंक रिलीज करें. जो राशि अब तक जारी नहीं की गई है, उस धनराशि का उपयोग अधूरे प्रोजेक्ट का निर्माण पूरा करने के लिए किया जाए.
कोर्ट ने एफएआर यानी फ्लोए एरिया रेशियो को लेकर निर्देश जारी किए. इसके साथ ही कोर्ट ने बैंक और घर खरीदारों के लिए निर्देश जारी किए हैं. घर खरीदारों के होम लोन पर ब्याज की दर को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किया.