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विश्व विद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ी की हो उच्च स्तरीय जाँच - अनुपम मिश्रा
लखनऊ : टीम आर॰एल॰डी॰ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम मिश्र ने केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित तमाम अन्य विश्वविद्यालयों में रद्द हो रही द्वितीय चरण की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से इसकी त्वरित जाँच का आग्रह करते हुए कहा कि इस प्रकार प्रवेश परीक्षाओं का रद्द होना छात्रों व उनके परिजनों को तो आहत कर ही रहा है,साथ ही ऐसी परीक्षाओं का आयोजन करने वाली "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी" की क्षमता व साख पर भी एक सवालिया निशान लगा रहाहै।
अनुपम मिश्रा ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस बात का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस परीक्षा में लाखो छात्रों को सम्मिलित होकर विभिन्न विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना हो उन परीक्षाओं का इस प्रकार से बार-बार निरस्त होना और उसका आधार तकनीकी गड़बड़ी बताना केवल तकनीकी गड़बड़ी नहीं हो सकता बल्कि इसमें से एक बड़े षड्यंत्र की बू आती है क्योंकि तकनीकी खराबी एक बार तो हो सकती है किंतु बार-बार या तीन बार लगातार तकनीकी खराबी नहीं हो सकती।
उन्होंने माँग करते हुए कहा कि सरकार को इसकी एक निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराकर देश के सामने इसकी सच्चाई लानी चाहिए क्योंकि "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी" का गठन ही समयबद्ध तरीके से प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन,पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता को बढ़ाने के उद्देश्य किया गया था, जिसमें वह लगातार असफल रही है। अनुपम मिश्रा ने आगे बोलते हुए कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का यह हाल तब है जब 34 केंद्रीय विश्वविद्यालय व 90 क्षेत्रीय विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया गया है। क्या हालात होंगे जब सभी परीक्षाएं एक साथ कराई जाएंगी?
इसलिए सरकार को छात्रों के भविष्य व अभिभावकों की कठिनाइयों तथा नेशनल एजेंसी फॉर टेस्टिंग की विश्वसनीयता को द्रष्टिगत रखते हुए इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए यथाशीघ्र निष्पक्ष तरीके से परीक्षाएं आयोजित कराई जाएं ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सके।