लखनऊ

बुर्का पहनकर बदमाश ने लूटे 15 लाख के गहने, आखिर कैसे पता चला कि बुर्का पहनने वाला पुरुष है

बुर्का पहनकर बदमाश ने लूटे 15 लाख के गहने, आखिर कैसे पता चला कि बुर्का पहनने वाला पुरुष है
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लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में शनिवार सुबह बुर्कापोश बदमाशों ने जेआर काम्पलेक्स में घुस कर तमंचे के बल पर 15 लाख रुपये के गहने लूट लिए। बदमाश ने बुर्का पहनकर दुकान में घुसते ही नौकर का हाथ बांध दिया, जिसके बाद लुटेरे ने काउंटर पर रखे गहने समेट कर बैग में रख लिए। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश वहा से भाग गया। लुटेरे के जाने के पश्चात नौकर ने मालिक आर्यन सोनी को लूट की जानकारी दी। दुकान में दिनदहाड़े गहने लूटे जाने की सूचना आर्यन ने गोमतीनगर विस्तार पुलिस को दी थी।

बतादें कि रामआसरे का पुरवा निवासी आर्यन सोनी उर्फ अंशू की गीतापुरी कॉलोनी स्थित जेआर काम्पलेक्स में गोल्ड हाउस के नाम से दुकान है। आर्यन के मुताबिक सुबह दुकान खोलने का जिम्मा नौकर प्रदीप उर्फ बउवा पर है। शनिवार सुबह भी प्रदीप घर से चाभी लेकर दुकान पहुंचा था। करीब 11 बजे प्रदीप ने दुकान खोल दी थी। जिसके बाद वह साफ सफाई कर रहा था। नौकर के अनुसार 11.30 बजे करीब बुर्का पहन कर एक महिला जेवर खरीदने के लिए आई थी।

उसने इशारे से जेवर दिखाने के लिए कहा। जिसके बाद प्रदीप ने सोने के कंगन, चेन और अंगुठी निकाल कर काउंटर पर रख दिए। प्रदीप के मुताबिक वह दूसरी डिजाइन के जेवर निकालने के लिए पीछे मुड़ा था। तभी बुर्का पहने शख्स ने बैग में से तमंचा निकाल कर तान दिया। असलहा देख कर वह सहम गया था। जिसका फायदा उठाते हुए बदमाश ने टेप लपेट कर उसके हाथ बांध दिए थे। प्रदीप को बंधक बनाने के बाद लुटेरे ने काउंटर में रखे सारे गहने समेट कर बैग में रख लिए।

प्रदीप के मुताबिक बदमाश के भागने के बाद वह उसके पीछे गया था। साथ ही मालिक आर्यन को फोन कर वारदात की जानकारी दी थी। नौकर के अनुसार बदमाश बैग में जेवर भरकर दुकान से सटी गली से होता हुआ भागा है। अंदेशा है कि कुछ दूरी पर बदमाश का साथी भी मौजूद था। प्रदीप ने पुलिस को बताया कि वह बुर्का पहन कर महिला के आने का अंदाजा लगा रहा था। लेकिन जेवर लूटते वक्त बदमाश ने उसे धमकाया था। मर्दाना आवाज सुनने के बाद प्रदीप को पता चला कि बुर्का पहनने वाला पुरुष है।

एडीसीपी पूर्वी सै. कासिम आब्दी के मुताबिक गोल्ड हाउस में सीसी कैमरे लगे हुए हैं। वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कैमरों की फुटेज दिखाने के लिए कहा था। जिस पर पता चला कि सभी कैमरे काफी वक्त से खराब पड़े हुए हैं। एडीसीपी के मुताबिक नौकर प्रदीप ने बदमाश के बुर्का पहने होने की बात कही थी। इस आधार पर काम्लेक्स के आस-पास लगे कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जिसमें बुर्का पहने एक व्यक्ति अकेते जाता हुआ नजर आया है। फिलहाल प्रदीप के साथ ही एक अन्य युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एडीसीपी के मुताबिक जल्द ही लुटेरे गिरफ्त में होंगे।

दुकान मालिक आर्यन के मुताबिक प्रदीप करीब चार साल से उनके साथ काम कर रहा है। कई सालों का साथ होने के कारण आर्यन को नौकर पर विश्वास हो गया था। वह उसके भरोसे ही दुकान छोड़ देते थे। आर्यन के अनुसार शनिवार को प्रदीप ने आम दिनों की अपेक्षा लॉकर से अधिक गहने निकाल कर काउंटर पर रखे थे। आर्यन के इस बयान से पुलिस का नौकर पर संदेह गहरा गया है। वहीं, प्रदीप ने पुलिस को बताया कि लूट कर भाग रहे बदमाश को पकड़ने के लिए उसने पड़ोसी से बाइक मांगी थी। जिससे वह काफी दूर तक पीछा करता हुआ गया था। लेकिन लुटेरे को पकड़ नहीं सका था। जिसके बाद वापस लौट कर उसने वारदात की सूचना पुलिस को दी थी।

मुन्ना जी की पत्नी चंदा स्वामी व बेटी शिल्पी ने बताया कि दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, मगर प्लग टूटने के चलते कई दिन से बंद हैं। इसकी जानकारी नौकर प्रदीप व मालिक अंशू के अलावा किसी को नहीं थी। नौकर दुकान के भीतर हमेशा आगे की कुर्सी पर बैठता था। पूरी दुकान में शीशे लगे होने के कारण ये कुर्सी बाहर से दिखती है मगर आज वारदात के वक्त नौकर पीछे की कुर्सी पर बैठा था। लूटपाट कर बदमाश के भागने पर नौकर सिर्फ दो-तीन सेकेंड में बाहर निकलकर शोर मचा सकता था मगर वह करीब डेढ़ मिनट बाद बाहर निकला और शोर भी नहीं मचाया। ऐसे में उसकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। शिल्पी ने बताया कि नौकर प्रदीप का बड़ा भाई संदीप रावत इलाके का अपराधी है। इस वजह से घटना के बाद से पूरा परिवार सहमा है।


अभिषेक श्रीवास्तव

अभिषेक श्रीवास्तव

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