लखनऊ

LDA की बड़ी कार्यवाई, 100 करोड़ की इमारत को भी नही छोड़ा पर, चला दिया बुल्डोजर

LDA की बड़ी कार्यवाई, 100 करोड़ की इमारत को भी नही छोड़ा पर, चला दिया बुल्डोजर
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लखनऊ। योगी सरकार में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन का बुलडोजर लगातार चल रहा है। इसी क्रम में रविवार को एनडीए ने बसपा के पूर्व सांसद दाऊद अहमद के अवैध निर्माण ढहा दिया है। दाऊद अहमद की 100 करोड़ की लागत से बन रही सात इमारत पर जमींदोज कर दी।

ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर जिलाधिकारी व लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि दाउद अहमद द्वारा रिवर बैंक कॉलोनी के पीछे एफ ब्लॉक में हाफिज डेरी के सामने इस बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा था, जोकि केंद्रीय संरक्षित स्मारक रेजीडेंसी के विनियमित क्षेत्र में स्थित है।




इस पर संज्ञान लेते हुए अधीक्षण पुरातत्वविद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, लखनऊ मंडल द्वारा 12 अक्टूबर 2018 को दाउद अहमद को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिसका दाऊद की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया था। इसके बाद भी की गई कई आपत्तियों के बावजूद भी दाऊद अहमद ने अवैध निर्माण जारी रखा।

अंततः महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा 24 जून 2021 को प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्ववीय अवशेष अधिनियम की सुसंगत नियम व धाराओं के तहत दाउद अहमद को नोटिस प्रेषित किया गया था। जिसके बाद दाऊद अहमद हाईकोर्ट भी गए थे, लेकिन कोई राहत न मिलने और नोटिस के खिलाफ कार्रवाई न करने पर धवस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई। फ़िलहाल मौके पर लखनऊ जिला प्रशासन की टीम व पुलिस मुस्तैद है। संरक्षित स्मारक रेजीडेंसी के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में दाउद अहमद ने खड़ी कर ली थी।

भारतीय पुरातत्व विभाग के लगातार विरोध के बावजूद बिल्डिंग का निर्माण नहीं बंद कराया। पूरी बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई। पुरातत्व विभाग के साथ मिलकर एलडीए बिल्डिंग गिरवा रहा। पूरी बिल्डिंग ध्वस्त होगी।

इससे पहले दाऊद ने हजरतगंज स्थित अपने शॉपिंग काम्प्लेक्स को खुद ही ढहा दिया था. दरअसल, इस शॉपिंग काम्प्लेक्स के लिए चार मंजिल का ही नक्शा पास था, लेकिन दाऊद अहमद को ताक पर रखकर पांचवीं मंजिल का निर्माण करवा दिया. जिसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बिल्डिंग को सील करते हुए नोटिस जारी किया था. जिसके बाद उन्होंने पांचवीं मंजिल को तुड़वा दिया था.

दाऊद अहमद बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक रहे हैं. लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के बाद उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. फिलहाल वे लखनऊ में ही रहते हैं


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