लखनऊ

मोदी 2.0 : कर्म, कर्तव्य और सफलता का एक और साल

Shiv Kumar Mishra
30 May 2020 3:39 PM GMT
मोदी 2.0 : कर्म, कर्तव्य और सफलता का एक और साल
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5200 ट्रेनों से 70 लाख श्रमिकों को घर पहुंचाया जा रहा है। 8 करोड़ प्रवासियों को निःशुल्क अनाज दिया जा रहा है।

- किसान भाइयों को सामाजिक सुरक्षा। किसान सम्मान निधि के तहत अब तक 9 करोड़ 50 लाख किसानों को 72 हजार करोड़ रुपये दिये

- किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 60 साल के बाद 3 हजार रुपये की पेंशन

- जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 A की समाप्ति, आतंकवाद पर कड़ा प्रहार

- सैकड़ों साल पुराने विवाद की समाप्ति, राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर ट्रस्ट का निर्माण

- पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से आये धार्मिक रूप से उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यकों को CAA कानून से नागरिकता

- मुस्लिम बहनों को ट्रिपल तलाक से आजादी दी

- कोरोना संकट में 100 से ज्यादा देशों की मदद और 20 लाख करोड़ से आत्मनिर्भर भारत अभियान का आगाज़

- पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 41.67 करोड़ लाभार्थियों को 52,606 करोड़ रुपये सीधे बैंक खातों में

चुनौतियों को अवसरों में बदलने वाले महानायक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा हुआ। इस दौरान उठाये गए धारा 370 हटाने, राम मंदिर निर्माण, CAA जैसे ऐतिहासिक कदमों और गरीब व श्रमिक की सामाजिक सुरक्षा के फैसलों के लिए मोदी सरकार का हृदय की गहराइयों से अभिनंदन।

देश को, गरीबों को गरीब और निर्भर बनाने की राजनीति से उबारकर मोदी सरकार ने गरीब को सबल, आत्मनिर्भर और अर्थव्यवस्था में अपना योगदान सुनिश्चित करने वाला बनाया है। पसीने, परिश्रम और प्रतिभा को मोदी-शाह जैसा नेतृत्व मिला है इसलिए देश आत्मनिर्भर भी बन रहा है और वैश्विक शक्ति भी।

मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने 2.6 करोड़ परिवारों को बिजली, 10 करोड़ शौचालय, 2 करोड़ गरीब परिवारों को छत, 37 करोड़ जनधन खाते, 8 करोड़ गैस के कनेक्शन दिए। अब जल जीवन मिशन के जरिये 15 करोड़ ग्रामीण घरों में शुद्ध पानी पहुंचाने का अभियान चल रहा है।

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति वाली मोदी सरकार ने 435 योजनाओं के तहत 11 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के खाते में डाले हैं। इससे 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। यह पैसा पहले बिचौलियों और दलालों की भेंट चढ़ जाता था। कोरोना संकट के दौरान भी देश से सीधा संवाद और गरीबों तक सीधा लाभ पहुंचाने वाली मोदी सरकार ने 41.67 करोड़ लाभार्थियों को 52,606 करोड़ रुपये सीधे बैंक खातों में भेजे हैं।

पूरी दुनिया के बढ़ते भरोसे के कारण निवेश का जो माहौल बना उससे 2014 के इज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 142 वें पायदान से उछलकर भारत आज 63 वीं रैंक पर है। अब 20 लाख करोड़ के पैकेज से स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला रखी गई है। जिसका प्रमुख उद्देश्य MSME और कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित कर आयात पर निर्भरता कम करना और रोजगार सृजन है।

मोदी सरकार की पहली पारी में 50 करोड़ गरीबों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज के खर्च से सुरक्षा देने के बाद अब PM किसान सम्मान निधि के तहत किसान भाइयों को आर्थिक सुरक्षा दी जा रही है। पिछले एक साल में 9 करोड़ 50 लाख किसानों को 72 हजार करोड़ रुपये दिये गए। 50 करोड़ से अधिक पशुधन का मुफ्त टीकाकरण भी किया जा रहा है।

किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक साथी श्रमयोगी मानधन योजना के तहत 60 साल की आयु के बाद तीन हजार रुपये की पेंशन सुरक्षा ले रहे हैं।

मोदी सरकार की पहली पारी में सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, वन रैंक वन पेंशन, वन नेशन वन टैक्स-जीएसटी और किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में दिये गए तोहफों के बाद आमजन की उम्मीदें भी बढ़ीं और भरोसा भी।

पिछले एक साल में किसान व श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के साथ ही मुस्लिम बहनों को ट्रिपल तलाक़ से आजादी, CAA कानून के जरिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता दी गई।

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 A हटाकर जम्मू कश्मीर और लद्दाख़ को दो केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। सेना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति की गई। इससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है और सेना का मनोबल भी बढ़ा है। कश्मीर में हालिया बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करना इसी का परिणाम है।

बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला आने से करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्था की जीत हुई। राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन हुआ।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के संकटकाल में भी 100 से अधिक देशों की मदद कर वैश्विक नेतृत्व का परिचय तो दिया ही है आत्म निर्भर भारत अभियान से देश की अर्थव्यवस्था को भी उम्मीद की बड़ी रोशनी दी है।

कोरोना की चुनौती सामने आने पर दुनिया ने सबसे बड़ा खतरा भारत की आबादी और स्वास्थ्य तैयारियों में कमी को बताया, लेकिन मोदी सरकार की दूरदर्शिता से इसके उलट भारत इस समस्या से बहुत अच्छी तरह निपट भी रहा है और पूरी दुनिया की मदद भी कर रहा है। कभी PPE किट और N-95 मास्क के आयात पर निर्भर देश आज 4.5 पीपीई लाख किट और 3 लाख मास्क रोजाना बना रहा है। अब तक 1 करोड़ PPE किट बन चुके हैं।

5200 ट्रेनों से 70 लाख श्रमिकों को घर पहुंचाया जा रहा है। 8 करोड़ प्रवासियों को निःशुल्क अनाज दिया जा रहा है।

पीएम के आह्वान पर पूरे देश ने जो एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया है वह भी बेमिसाल है। सुरक्षा चक्र को मजबूत करने के लिए अब तक 11.54 करोड़ लोग आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चुके हैं। इस मुश्किल घड़ी में जन समर्थन की ताकत ही है कि दुनिया के 15 प्रमुख देशों की जनसंख्या 142 करोड़ है और वहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 3.57 लाख। वहीं 137 करोड़ वाले भारत में राष्ट्रीय अनुशासन से 4971 मौतें ही हुई हैं।

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