लखनऊ

एक लाख से ज्यादा शिक्षामित्र पहुंचे लखनऊ, अभी लौटे खाली हाथ

Shiv Kumar Mishra
20 Feb 2023 5:36 PM IST
एक लाख से ज्यादा शिक्षामित्र पहुंचे लखनऊ, अभी लौटे खाली हाथ
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कार्यक्रम मंत्री कौशल किशोर और मत्स्य मंत्री डॉ संजय निषाद शामिल हुए है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज शिक्षा मित्रों का धरना कामयाब रहा है। शिक्षा मित्र आज अपनी मांग का संदेश देने में कामयाब जरूर हुए। आज पहली बार प्रदेश के सभी शिक्षा मित्र एक मंच पर नजर आए। हजारों की संख्या में शिक्षा मित्र अपने परिवार समेत पहुंचे थे। लखनऊ पहुँचने वाले शिक्षा मित्रों की संख्या एक लाख के आसपास बताई गई है।


शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने सभी आए हुए शिक्षा मित्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये एकता हमें जल्द न्याय दिलाएगी। उन्होंने अपने सम्बोधन में भी यही दोहराया कि धीरे धीरे हमारे शिक्षा मित्र रिटायर हो रहे है और ज्यादा तादाद में मौत के मुंह में समा रहे है बीते समय में 8 हजार शिक्षा मित्र काल के गाल मे समा गए लेकिन हम उनके परिवार की चाहकर भी मदद नहीं कर पाए। मेरा सरकार से अनुरोध है कि हमारी मुख्य मांग नियमितीकरण है उसे सरकार को स्वीकार कार लेना चाहिए। उसके बाद हमारी महिला शिक्षा मित्रों की अन्तर्जनपदीय ट्रांसफर पोस्टिंग की समस्या है और हमारी एक माह के सर्विस ब्रेक अब दो बार हो रही है और हमें वेतन भी बारह माह का मिलना चाहिए। हमें स्वास्थ्य लाभी भी अन्य सरकारी कर्मचारी की भांति मिले और हमारा पीएफ भी दिलाया जाए।


केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि आज शिक्षामित्रों के महासम्मेलन में सभी ने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत एवं शिक्षित भारत बनाने और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश, उद्यमी उत्तर प्रदेश और शिक्षित उत्तर प्रदेश बनाने के लिए भाजपा सरकार और सरकार की नीतियों का सहयोग करने का निर्णय लिया है।सभी शिक्षामित्रों को अपने विद्यालय में बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने और उन्हें हर क्षेत्र में निपुण बनाकर विकसित एवं शिक्षित उत्तर प्रदेश और आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान किया। शिक्षामित्रों को विकसित उत्तर प्रदेश, उद्यमी उत्तर प्रदेश, शिक्षित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत बनाने और मोदी जी और योगी जी के पंचप्रण को पूरा करने में सभी शिक्षामित्रों द्वारा भाजपा सरकार को समर्थन और अपना योगदान देने का संकल्प कराया।

मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि अटल जी कहते थे "छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता" आज सभी शिक्षामित्रों ने बड़े मन का काम किया है इसलिए सभी शिक्षामित्रों के निर्णय के लिए उनका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। शिक्षामित्र कुछ नेताओं के बहकावे में आकर 2019 और 2022 के चुनाव में भाजपा सरकार का पुरजोर विरोध किया था लेकिन भाजपा सरकार ने हमेशा शिक्षामित्रों की बात सुनी और उनके वेतनमान को भी स्वतः बढ़ाने का काम किया। तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने शिक्षामित्रों के साथ अन्याय किया, अगर सपा सरकार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक घोषित करने के बजाय उनका वेतनमान उनके बराबर कर देती तो आज शिक्षामित्रों की यह हालत नही होती ।

मंत्री ने कहा कि आज में लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में आज शिक्षामित्रों के महा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुआ जिसमे पूरे उत्तर प्रदेश से लाखो की संख्या में शिक्षामित्र अकास्मिक अवकाश लेकर अपने परिवार के साथ सम्मिलित हुए। यह महासम्मेलन "आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोशिएशन उत्तर प्रदेश" के तत्वाधान में संपन्न हुआ जिसमे शिक्षामित्र के अन्य संगठनों ने समर्थन और सहयोग दिया और विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश बनाने में मोदी जी और योगी जी का साथ देने का संकल्प लिया। रमाबाई अंबेडकर मैदान में उत्तर प्रदेश शिक्षामित्रों का महासम्मेलन में आए शिक्षा मित्रों हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। आप सबने जो मुझे प्यार दिया है उसका में आजीवन ऋणी रहूँगा।

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