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- नाराज चाचा को मनाने...
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी सीट पर उपचुनाव ना सिर्फ अखिलेश यादव के लिए बल्कि पूरे मुलायम परिवार के लिए इज्जत का सवाल है। तरजीह नहीं मिलने से नाराज चल रहे चाचा शिवपाल यादव को मनाने के लिए अखिलेश यादव कामयाब होते दिख रहे है। ये हम दावा नहीं कर रहे हैं बल्कि अखिलेश और चाचा शिवपाल ने खुद ट्वीट कर तस्वीरों के जरिए बताया कि पूरा यादव परिवार एक है और वो मजबूती के साथ।
चाचा-भतीजे की मुलाकात
दरअसल, अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव को मनाने की कवायद में जुट गए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को सैफई में शिवपाल यादव से मुलाकात की। इस दौरान डिंपल यादव भी उनके साथ मौजूद थी। आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर उपचुनाव हो रहा है। सपा ने डिंपल यादव को इस सीट से उतारा है जबकि बीजेपी ने रघुराज शाक्य को टिकट दिया है।
क्या थी नाराजगी की असली वजह?
यहां पर आपके लिए जानना जरूरी है कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की आपसी अनबन काफी पुरानी चल रही है। लेकिन मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद माना जा रहा था कि चाचा-भतीजे सारी अदावत को भुलाकर एक साथ आ जाएंगे लेकिन परिवार बिखरने की खबरें सामने आई लेकिन गुरूवार को सारी कवायदों पर विराम लग गया जब अखिलेश यादव ने चाचा से मुलाकात कर मना लिया और ट्वीट कर लिखा कि नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है।
इतना ही नहीं भतीजे को की इस दरियादिली पर चाचा शिवपाल यादव भी पिघल गए और अपने अधिकारिक ट्वीटकर अकाउंट पर लिखा कि "जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने, उस बाग को अब हम सीचेंगे अपने खून पसीने से" । ये तस्वीरें बताने के लिए काफी है कि चाचा और भतीजे में सबकुछ ठीक है। ना चाचा नाराज है और ना भतीजे। अब चाचा भतीजे डिंपल को चुनाव में जीताने के लिए मैदान में डटेंगे…फिलहाल तो ऐसा ही समझा जा सकता है।
इससे पहले सपा ने मैनपुरी में स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में शिवपाल यादव का भी नाम शामिल है. इस लिस्ट में अखिलेश यादव, आजम खान, जया बच्चन समेत 40 नेताओं के नाम शामिल हैं. इससे पहले शिवपाल यादव ने बुधवार को सैफई में अपने कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से मैनपुरी में डिंपल का समर्थन करने के लिए कहा था।