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किसान आंदोलन की बरसी पर पूरे प्रदेश में किसानों का मोर्चा धरना
किसान आंदोलन की दूसरी वष॔गांठ पर संयुक्त किसान मोर्चा,उत्तर प्रदेश के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों ने प्रदेश के मंडालायुक्त , जिलाधिकारी कार्यालयों पर सभी कृषि उत्पाद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की गारंटी कानून, बिजली संशोधन बिल 2022 की वापसी, आवारा पशुओं की समस्या, गन्ना का मूल्य 450 प्रति कुतंल घोषित करवाने एव अन्य मांगो को लेकर धरना दिया।
राष्ट्रपति एवं राज्यपालों को संबोधित ज्ञापन दिया ज्ञातव्य रहे कि 26 नवंबर को 26 नवंबर 2020 को दिल्ली पर लाखों किसानों ने 13 माह तक धरना दिया था जिसमें 750 किसान शहीद हुए थे उसके बाद केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिया था। किसान संगठनों एवं केंद्र सरकार के बीच में हुए समझौते के आधार पर सभी कृषि उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून लाने एवं शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा देने और किसानों पर चल रहे मुकदमे वापस लेने पर सहमति बनी थी और किसान आंदोलन दिल्ली से स्थगित किया गया था।
परंतु अभी तक इस संबंध में कोई भी बात पूरी नहीं हुई। इन कारणों से 26 नवंबर 2020 को दिल्ली में लाखों किसानों द्वारा दिए गए धरने ,राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन की दूसरी बरसी पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से देशव्यापी देशव्यापी स्तर पर राजभवन और जिला अधिकारियों के यहां जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से चौ . हरपाल सिंह बिलारी (अध्यक्ष्, भाकियू असली ) के नेतृत्व में मुरादाबाद मंडलायुक्त काय॔ालय , इम्तियाज बेग ( अध्यक्ष्, अखिल भारतीय किसान सभा उ.प्र) के नेतृत्व में आजमगढ़, अखिल संघषी॔ (अध्यक्ष्, अखिल भारतीय किसान यूनियन) के नेतृत्व में एटा, चौ.धम॔॓द् सिंह, चौ.पूनिया, कपिल सिरोही (भाकियू असली) के नेतृत्व में बुलंदशहर, लाल सिंह (उपाध्यक्ष,भाकियू समाज) के नेतृत्व में गोरखपुर, पूर्व विधायक राजेंद्र यादव (महासचिव उत्तर प्रदेश किसान सभा)कुलदीप पांडेय (अध्यक्ष्, भाकियू स्वराज) के नेतृत्व में अलीगढ मंडलायुक्त ,छित्तर सिंह (उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय किसान सभा,उ.प्र) के नेतृत्व में मथुरा,ललित त्यागी (किसान यूनियन जनवादी) के नेतृत्व में बाराबंकी , योगेंद्र यादव (संयोजक,एनडीपीफ) के नेतृत्व में फरुखाबाद,पुष्पराज सिंह यादव( अध्यक्ष्, भाकियू राष्ट्वादी )के नेतृत्व में शाहजहांपुर समेत हजारों किसानो ने पूरे प्रदेश में भाग लिया|