लखनऊ

दर्दनाक! डॉक्टर की लापरवाही से ओमप्रकाश बना दिव्यांग,अब पैर काटने की तैयारी KGMU के डॉक्टर बोले, पैर में फैल गया है संक्रमण

Shiv Kumar Mishra
6 Nov 2023 6:33 AM GMT
दर्दनाक! डॉक्टर की लापरवाही से ओमप्रकाश बना दिव्यांग,अब पैर काटने की तैयारी   KGMU के डॉक्टर बोले, पैर में फैल गया है संक्रमण
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Painful! Omprakash became disabled due to doctor's negligence, now preparing to amputate his leg KGMU doctor said, infection has spread in the leg

मैं समझ चुका हूं कि किसी ताकवर के खिलाफ न्याय पाने का मतलब है कि पत्थर पर सिर पटकना। फिलहाल, KGMU में इलाज करवा रहा हूं, जहां डॉक्टरों ने कह दिया है कि संक्रमण फैलने की वजह से आपका पैर काटा जा सकता है। इसके अलावा हेपेटाइटिस सी का भी इलाज चल रहा है। यह कहना है ओमप्रकाश यादव का....।

दरअसल, बलरामपुर अस्पताल में एक डॉक्टर पर धनउगाही और इलाज पर लापरवाही का आरोप लगाने वाले देवरिया निवासी ओमप्रकाश यादव के पैर कटने की नौबत आ गयी है। शनिवार को वह अपनी दिव्यांग पत्नी के साथ केजीएमयू में इलाज कराने पहुंचा था। इधर, बलरामपुर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज का इलाज अभी यहीं से चल रहा है लेकिन अब दूसरे विशेषज्ञ डॉक्टर को उसके इलाज की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

करीब करीब डेढ़ साल पहले एक हादसे में ओमप्रकाश के पैर की हड्डी टूट गई थी। परिजनों ने उसे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया था। करीब एक साल तक मरीज हड्डी रोग विभाग में भर्ती रहा। आरोप था कि डॉक्टर एपी सिंह ने ऑपरेशन से पहले इप्लांट मंगाया था। इसकी एवज में करीब 55 हजार रुपए लिए गए। यहां तक कि इप्लांट का कोई भी बिल नहीं दिया गया। मरीज ने इस मामले को लेकर अस्पताल निदेशक से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत पूर्व में दर्ज कराई थी।

मरीज का आरोप है जांच कमेटी ने हर बार डॉक्टर को क्लीन चिट दे दी। उसे इंसाफ तक नहीं मिला। सिस्टम से आहत मरीज अपनी दिव्यांग पत्नी के साथ दो बार गांधी प्रतिमा पर पहुंचा। डॉक्टर पर ऑपरेशन नाम पर वसूली का आरोप लगाया था।

चार माह पहले भी धरना दिया तो आनन फानन में बलरामपुर अस्पताल प्रशासन ने जांच कमेटी बना दी। हालांकि, ओमप्रकाश ने इस जांच कमेटी का विरोध किया था। पीड़ित ने अस्पताल से बाहर के अफसरों से जांच कराने की गुहार लगाई। उसका तर्क था कि इसी कमेटी ने तीन बार जांच करके उस आरोपी डॉक्टर को पहले ही क्लीन चिट दे दिया है। चौथी बार भी डॉक्टर को जांच टीम ने क्लीन चिट दे दी।

बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. एके सिंह के मुताबिक मरीज की हालत ठीक है। उसका इलाज करने की जिम्मेदारी अब हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय यादव को दी गयी है। ओपीडी में वह इलाज कराने आता है।

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