- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- लखनऊ
- /
- उत्तर प्रदेश के 134...
उत्तर प्रदेश के 134 विद्यालयों के नतीजे रहे जीरो, इन स्कूलों में 10वीं और 12वीं के सभी छात्र फेल
लखनऊ. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड की ओर से हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है। इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि प्रदेश के 134 विद्यालयों का रिजल्ट जीरो रहा है। इन विद्यालयों में हाईस्कूल स्तर के 87 तो इंटरमीडिएट स्तर के 47 स्कूल शामिल हैं। पिछले तीन सालों की तुलना में इस बार शून्य रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या में कमी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में 165 विद्यालयों, 2018 में 150 और 2017 में 183 स्कूलों के एक भी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके थे।
स्कूलों की बदहाली को लेकर अधिकारियों पर उठे सवाल
इन आंकड़ों से सरकारी और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों की बदहाली भी सामने आई है। शून्य रिजल्ट देने वाले 134 स्कूलों में से कई राजकीय और एडेड स्कूल हैं। इन विद्यालयों में पंजीकृत कोई भी विद्यार्थी परीक्षा पास नहीं कर सका। यूपी बोर्ड की ओर से जारी सूची में जीरो रिजल्ट वाले विद्यालयों में हाईस्कूल के सबसे अधिक आठ और इंटरमीडिएट में सबसे अधिक सात विद्यालय गाजीपुर जिले से ही हैं। चिंता की बात यह भी है कि कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 10 से भी कम है।
प्रयागराज जहां बोर्ड का मुख्यालय, वहां के भी कई स्कूलों का परिणाम रहा शून्य
जिन स्कूलों का रिजल्ट शून्य आया है। उनमें ज्यादातर विद्यालयों में गिनती के विद्यार्थी थे। इसके बाद भी विभाग की तरफ से इनके बारे में पड़ताल नहीं की और न ही कोई कार्रवाई की। प्रयागराज में यूपी बोर्ड का मुख्यालय है। यहां हाईस्कूल में तीन स्कूल ऐसे हैं जिनका एक भी छात्र पास नहीं हुआ है। रामसेवक इंटर कॉलेज मेजा, राजपति यादव हायर सेकेंडरी स्कूल और एलपी सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करछना का परिणाम शून्य है। इंटर में चार स्कूलों का रिजल्ट जीरो है। एएम गर्ल्स इंटर कॉलेज निहालपुर करेली, टीएसएस गर्ल्स इंटर कॉलेज अल्लापुर, कस्तूरबा ब्यॉयज हायर सेकेंडरी इंटर कॉलेज भगवतपुर और श्री आरएपी इंटर कॉलेज जगदीशपुर का रिजल्ट जीरो है।
शनिवार को आए थे यूपी बोर्ड के नतीजे
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने शनिवार को 10वीं और 12वीं के परिणाम जारी किए। 10वीं में 83.31% और 12वीं में 74.63% छात्र पास हुए हैं। 10वीं में 81.96% अंक लाकर बागपत की रिया जैन और 12वीं में बागपत के ही अनुराग मलिक ने 97% अंक लाकर टॉप किया है। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने रिजल्ट जारी करते हुए बताया कि कोरोना संकट के बावजूद 2 करोड़ 82 लाख उत्तर पुस्तिका को 21 दिनों में चेक किया गया है। वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ऐलान किया है कि यूपी बोर्ड के टॉप-20 छात्रों के घर की सड़क को उनके नाम पर किया जाएगा।