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- तो क्या राहुल का ये...
तो क्या राहुल का ये दांव करेगा यूपी में भी कमाल!
अगर मैं यह दावा करूं कि इस बार यूपी में भी कांग्रेस ही सबसे ज्यादा सीट जीतने वाली है तो आज के मोदीमय माहौल में मुझ पर हर कोई हंसेगा .... फिर भी मैं ऐसा ही या इसी के आसपास का दावा ही करूंगा .... क्योंकि न जाने क्यों मुझे ऐसा लग रहा है कि राहुल गांधी की न्याय योजना ने इस बार जबरदस्त खेल कर दिया है ...वह देश जहां रोज 100 रुपए कमाने के लिए ज्यादातर आबादी संघर्ष कर रही है या मात्र 5 से 10 हजार महीने की सेलरी वाली नौकरी पाने के लिए कितने तरह की पढ़ाई या जद्दोजहद कर रही है , वहां 6 हजार महीने का वेतन सरकार से बिना कुछ किए ही पाने के लिए ही क्या वह बड़ी आबादी अपनी जाति बिरादरी या धर्म को तिलांजलि देकर उस दल या नेता को नहीं चुनेगी , जो उन्हें यह 6 हजार देने वाला है ?
जाहिर है , इस बार के चुनाव में चाहे गांव हो या शहर , सवर्ण हो या दलित / यादव / मुसलमान ....अगर सब नहीं तो भी ज्यादातर गरीब आदमी तो इस बार राहुल को ही वोट देकर आने वाला है ...न विश्वास हो तो जरा बाहर निकल कर कुछ गरीब सवर्ण, यादव , दलित या मुसलमान से बात करके उनके दिल का हाल टटोलिए ....आपको हैरत होगी कि धीमे धीमे और बड़े ही चुपचाप रहकर अब यूपी में सवर्ण भाजपा से , यादव सपा से व दलित बसपा से कन्नी काट कर कांग्रेस को वोट देने का मन बना रहा है ....भले ही बाकी सभी दलों की रैलियों में कांग्रेस से ज्यादा भीड़ दिखे , भले ही मीडिया अपने सर्वे व ओपिनियन पोल में कांग्रेस को यूपी में बहुत कम सीटें दे या लड़ाई से ही बाहर दिखाए ....आप केवल तेल देखिए और तेल की धार ....
क्योंकि इस बार गरीब मतदाता बहुत ही चुपचाप रहकर राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने की अपनी कामना को वोट में तब्दील करके आ जाएगा ....और इसका असर यह होगा कि कांग्रेस का मत प्रतिशत न सिर्फ बढ़ जाएगा बल्कि ऐसी कोई भी पार्टी नहीं होगी , जिसका अच्छा खासा वोट कांग्रेस इस बार झटक नहीं लेगी ...अब हर दल से उसके मतदाताओं के वोटों की यह सेंधमारी कांग्रेस को कितनी सीटें दिला पाएगी , मुझे ये तो नहीं पता लेकिन इतना पता है कि देशभर का गरीब अगर ज्यादा से ज्यादा संख्या में कांग्रेस की तरफ गया तो फिर ऐसा चमत्कार हो जाएगा , जिसकी कल्पना भी अभी कोई नहीं कर पा रहा ...